Taare Zameen Par
इस लिस्ट में सबसे पहला नाम आता है फिल्म तारे ज़मीन पर, जिसे देख आज भी हर किसी की आंखें नम हो ही जाती है। इस फिल्म में आमिर खान ने टीचर का किरदार निभाया है तो वही दर्शील सफारी ने स्टूडेंट जिसका नाम ईशान अवस्थी है उसका किरदार बखूबी निभाया था। इस फिल्म में 8 साल के बच्चे की कहानी को दिखाया गया था जो कि ऐसी बीमारी से पीड़ित होता है जिसको पढ़ाई करने में दिक्कत आती है। वही ईशान पढ़ाई को छोड़ पेंटिंग में काफी अव्वल होता है, जो कि उसके पेरेंट्स नहीं समझ पाते। जिसके बाद आमिर खान यानी कि टीचर निकुंभ ईशान को अपने टैलेंट को सबके सामने लाने के लिए मदद करते हैं।Iqbal
वही इस लिस्ट में दूसरा नाम है इकबाल फिल्म का। इकबाल एक ऐसी लड़के की कहानी है जो कि बोल और सुन नहीं सकता, वही वह अपनी आंखों में इंडियन क्रिकेट टीम में शामिल होने का सपना सजाता है। उसके इस सपने को पूरा करने के लिए इकबाल के कोच उन्हें पूरा सपोर्ट करता है। इस फिल्म में इकबाल का किरदार जहां श्रेयस तलपडे ने निभाया है, वही इसके कोच का किरदार नसरुद्दीन शाह ने निभाया था।Black
संजय लीला भंसाली की फिल्म ब्लैक जिसमें रानी मुखर्जी और अमिताभ बच्चन को फीचर किया गया था। यह फिल्म भी स्टूडेंट और टीचर के बीच के रिश्ते को बताती हैं, जहां रानी मुखर्जी एक ब्लाइंड लड़की का किरदार निभाती हुई नजर आई है, वही अमिताभ बच्चन ने उनके टीचर का रोल निभाया है, जो उन्हें जिंदगी के छोटे और बड़ी हर कठिनाई में सपोर्ट करते हुए नजर आए हैं। इस फिल्म ने अपने खाते में कई अवार्ड भी दर्ज कराएं हैं।Hichki
इस लिस्ट में हिचकी का नाम हम कैसे भूल सकते हैं। हिचकी फिल्म में रानी मुखर्जी ने नैना माधुर जो कि पेशे से टीचर होती है उनका किरदार निभाया है। नैना टूरेट सिंड्रोम नामक बीमारी से पीड़ित रहती है। वहीं नैना का सपना स्कूल टीचर बनने का होता है लेकिन उनके ठीक से नहीं बोलने के कारण कई स्कूल उन्हें रिजेक्ट कर देते हैं। वही नैना को फाइनली एक स्कूल में नौकरी मिल जाती है, जहां बच्चे नैना की बीमारी का काफी मजाक बनाते हैं। इस फिल्म में यह दिखाया गया है कि किस तरह नैना अपनी दिक्कत से लड़ते हुए हुए बच्चों को हैंडल करती है और कैसे सब अच्छा हो जाता है।Super 30
सुपर थर्टी जिसमें लीड रोल रितिक रोशन ने निभाया है। यह फिल्म रियल लाइफ मैथमेटिक्स आनंद कुमार की जिंदगी पर बनाई गई है जो सिर्फ 30 बच्चों को पढ़ाते हैं। आनंद सिर्फ उन 30 बच्चों को पढ़ाते हैं जो जिंदगी में सच में कुछ बनना चाहते हैं, लेकिन गरीबी के कारण इनके पास स्कूल और ट्यूशन में मोटी फीस देने के पैसे नहीं होते हैं। जिसके कारण वह अपने सपनों को पूरा नहीं कर पाते। ऐसे में आनंद कुमार 30 गरीब बच्चों को पढ़ाते हैं और इनके सपने साकार करते हैं। बता दें कि आनंद कुमार अपनी अच्छी खासी नौकरी को छोड़ कर इन गरीब बच्चों को आईटीआई की परीक्षा के लिए तैयार कर आते हैं।