सुशांत बहनों का दुलारा था। हर साल इकलौते भाई की कलाई प राखी बांधनी वाली उनकी बहनों ने सपने में नहीं सोचा था कि इस रक्षा बंधन के पर्व पर उनके उनका भाई इस दुनिया में नहीं होगा। बहनों ने सपनों में भी नहीं सोचा था कि जिस भाई उनकी डोली उठाई तो एक दिन उनसे इतने दूर चले जाएंगे कि बुलाने पर नहीं आएंगे। लेकिन होनी को कुछ और ही मंजूर था।
बता दें कि सुशांत सिंह की तीन बहनें हैं। बड़ी बहन रानी सिंह, उससे छोटी बहन श्वेता कीर्ति सिंह और तीसरी मीतू सिंह हैं। श्वेता अमरीका, रानी सिंह फरीदाबाद जबकि नीतू सिंह मुंबई में रहती हैं। इस राखी पर भाई का साथ छूट जाने को लेकर तीनों बहनों के उपर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। बहनें अपने भाई के गुनहगारों को सजा दिलवाने के लिए बड़ी लड़ाई लड़ रही हैं।
हाल ही सुशांत की बहन श्वेता कीर्ति सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी इस मामले पर नजर रखने की अपील की थी। उन्होंने कहा था कि मुझे अंदेशा है कि सबूतों के छेड़छाड़ होगी। श्वेता ने कहा था कि उनका भाई बहुत अच्छा इंसान था। उसका बॉलीवुड में कोई गॉडफादर नहीं था।