सुष्मिता कहती हैं, ‘स्क्रिप्ट मेरे पास आ रही थीं। लेकिन मुझे फैक्ट्री की तरह काम करना बिल्कुल पसंद नहीं है। मेरे लिए अभिनय एक कला है। मैं जीवन के अब उस मोड़ पर आ गई थी कि मुझे लगने लगा कि मुझे खुद के लिए कुछ करना होगा। मैंने इंडस्ट्री के अपने लेखक दोस्तों के साथ मिलकर समकालीन और मनोरंजक कहानी लिखनी शुरू की। हम इसपर काम कर ही रहे थे कि मेरे पास आर्या की स्क्रिप्ट आई। इसकी कहानी मुझे बहुत पसंद आई।’
इसके अलावा सुष्मिता ने इंडस्ट्री में अपने 26 साल पूरे होने वाले एक्सपीरियंस के बारे में बताया कि ‘मैं 19 साल की थी मेरा इंडस्ट्री से कोई वास्ता नहीं था। न ही कभी मैंने एक्टिंग की थी। मुझे महेश भट्ट (Mahesh Bhatt) साहब ने निखारा। अगर वो मेरे डेब्यू डॉयरेक्टर नहीं होते तो पता नहीं मैं कैसी एक्ट्रेस होती। उन्होंने कैमरे के सामने मेरी झिझक दूर की। मुझे सही से गाइड किया। उन्होंने मुझे बहुत कुछ सीखने का मौका दिया। यही वजह है कि आज मुझे आर्या मिली।’