एम्स के डॉक्टरों ने रिपोर्ट में ये कहा है कि कूपर अस्पताल की तरफ से सुशांत की रिपोर्ट को लेकर कई लापरवाहियां बरती गई हैं। सुशांत की मौत का समय ना मेंशन होना। सुशांत के गले पर बने निशान का जिक्र ना किया जाना। ऐसे कई अहम सवाल हैं जिसका जवाब रिपोर्ट में नहीं दिया गया है। कूपर अस्पताल और मुंबई पुलिस को रिपोर्ट क्लीन चिट नहीं देती है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो सुशांत की जांच के लिए मुंबई पुलिस पहले ही 80 प्रतिशत विसरा इस्तेमाल कर चुकी है। जिसके बाद 20 प्रतिशत विसरा के आधार पर ही एम्स के डॉक्टरों ने अपनी रिपोर्ट बनाई है।
सुशांत की पहली विसरा रिपोर्ट में भी जहर ना पाए जाने की बात कही गई थी। हालांकि सीबीआई को रिपोर्ट मिलने के बाद कूपर अस्पताल शंका के घेरे में है। बता दें कि सुशांत 14 जून मुंबई के अपने बांद्रा वाले फ्लैट में मृत पाए गए थे। मुंबई पुलिस ने कुछ ही देर में इसे सुसाइड बताया था। हालांकि दिवंगत एक्टर के करीबी और चाहने वाले इसका विरोध करते रहे। मुंबई पुलिस की पड़ताल में कुछ भी सामने ना आने के बाद सुशांत के पिता ने बिहार में रिया चक्रवर्ती समेत 6 के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई। बिहार पुलिस के हरकत में आने के बाद मुंबई पुलिस के रूखे रवैये ने शक को और बढ़ा दिया। जिसके बाद सुशांत केस को कोर्ट ने सीबीआई को सौंप दिया।