सुशांत सिंह राजपूत ने अपनी जिंदगी और करियर में कई उतार चढ़ाव देखे थे। सुशांत बड़े सपने देखने वाले इंसान थे, जो फिल्म इंडस्ट्री में काम कमाना चाहते थे। टीवी इंडस्ट्री को अलविदा कहते हुए सुशांत सिंह राजपूत ने सोच लिया था कि वह अगर उन्हें काम नहीं मिला तो इसके लिए उन्होंने एक प्लान बना लिया था। उन्होंने सोच लिया था कि अगर मूवीज में काम नहीं मिला तो वो मुंबई की फिल्म सिटी में ही अपनी एक कैंटीन खोलेंगे। इसके बाद उसी कैंटीन पर एक डॉक्यूमेंट्री बनाएंगे और उसमें खुद काम करेंगे। 2015 में एक इंटरव्यू में सुशांत ने खुद इस बात का खुलासा किया था।
रेडिफ को दिए इंटरव्यू के मुताबिक सुशात ने कहा था, “जब मैंने टीवी छोड़ा तो लोगों ने मुझसे कहा था कि तुम फिल्म मेकिंग का कोर्स तो कर रहे हो, लेकिन अगर तुम्हें फिल्मों में काम नहीं मिला तो फिर क्या करोगे? तब मैंने कहा था – मैं अपनी ही फिल्में बनाऊंगा। मैंने फैसला किया था कि अगर ऐसा कुछ हुआ तो मैं फिल्मसिटी में ही अपनी कैंटीन खोल लूंगा। इसके बाद एक कैमरा खरीदूंगा और कैंटीन के बारे में अपनी शॉर्ट फिल्म बनाऊंगा। उसी में मैं काम भी करूंगा। इस फिल्म को बनाने में मैं उतना ही उत्साहित होऊंगा, जितना अभी हूं। यह प्लान बी नहीं है। मैं सिर्फ फिल्म सिटी में वक्त बिताना चाहता हूं, क्योंकि मैं फिल्म सिटी से प्यार करता हूं। यही मुंबई की इकलौती जगह है जहां सब किसी ना किसी चीज की शूटिंग कर रहे होते हैं। उस जगह की वजह से मैंने वहां कैंटीन खोलने का सोचा है। मैं वहां खा सकता हूं, मैं वहां फिल्में एन्जॉय कर सकता हूं, मैं वहां सही में अपनी शॉर्ट फिल्म शूट कर सकता हूं, तो वही जगह है जहां मुझे होना चाहिए।”
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सुशांत ने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत 2013 से की थी। उनकी पहली डेब्यू फिल्म ‘काय पो छे’ थी। इसके बाद उन्होंने ‘डिटेक्टिव ब्योमकेश बक्शी’, ‘राब्ता’, ‘एमएस धोनी: द अनटोल्ड स्टोरी’, ‘केदारनाथ’ और ‘छिछोरे’ जैसी बढ़िया फिल्मों में काम किया था।आपको बता दें सुशांत सिंह राजपूत ने बांद्र स्थित अपने प्लैट में 14 जून 2020 को मृत पाए गए थे। उनकी मौत का रहस्य आज भी बना हुआ है, अब तर पता नहीं चल पाया क सुशांत ने खुदकुशी की थी या उनक हत्या हुई है।
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