सनी देओल ने एक इंटरव्यू में कहा, मैं बचपन में डिस्लेक्सिक था। उस समय, हम यह भी नहीं जानते थे कि इसका क्या मतलब है। कुछ याद नहीं हो पाता था, पढ़ाई में अच्छे नंबर नहीं मिलते थे। ऐसे में टीचर के थप्पड़ पड़ते थे, डफर कहा जाता था। अब भी जब पढ़ने की बात आती है तो कई बार शब्द उलझे हुए लगते हैं। जब पब्लिक स्पीच में मुझे टेलीप्रॉम्प्टर के इस्तेमाल की सलाह दी जाती है तो मैं मना कर देता हूं। इसकी वजह ये है कि मुझे ऐसे पढ़ने में दिक्कत होती है।
डिस्लेक्सिया (Dyslexia) क्या है?
डिस्लेक्सिया एक ऐसी बीमारी है, जिसमें बच्चे पढ़ने, लिखने और वर्तनी की समझने में दिक्कत होती है। इसमें बच्चे सीधे अक्षर को उल्टा लिखते हैं, जो एक तरह की लर्निंग डिसेबिलिटी है।