सोनू सूद के अनुसार उनकी एक वेबसाइट, एक ऐप और हेल्पलाइन नंबर है। इस पर वर्कर्स फोन करके रजिस्टर्ड कर सकते हैं। हमें वह अपनी योग्यता बताएं, और जो सीखना है वह भी बताएं, हम उनकी प्रोफाइल बनाएंगे, ट्रेनिंग देंगे और उन्हें अच्छा काम देने वाले तक भी पहुंच जाएंगे। उन्होंने बताया कि इस वक्त लोगों को नहीं पता कि कहां काम मिलेगा, जो लोग काम करवाने वालों की तलाश में हैं, उन्हें नहीं पता कि काम करने वाले कहां मिलेंगे। लोगों को काम दिलाने की कोशिश में उनसे 1 रुपया भी नहीं लिया जाएगा।
आपको बता दें कि लॉकडाउन के दौरान सोनू सूद ने सैकड़ों प्रवासी मजदूरों को उनके घर भिजवाया है। लेकिन अपने गांव लौटने के बाद वह अब रोजगार ढूंढ रहे हैं। ऐसे में यह ऐप उन लोगों के लिए काफी मददगार साबित होगा।
आपको बता दें हाल ही सोनू सूद ने किर्गिस्तान में फंसे विद्यार्थियों को अपने घर पहुंचाने के साथ ही बिहार के पटना में नजर आए बेघर मां और बच्चे के लिए छत की व्यवस्था की है। जानकारी के अनुसार पूर्वांचल के विद्यार्थियों ने ट्वीट कर सोनू सूद से मदद की गुहार लगाई। जिस पर अभिनेता ने 22 जुलाई को किर्गिस्तान की राजधानी बिश्केक-वाराणसी के लिए चार्टर्ड विमान बुक कराया। उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल से जानकारी देते हुए स्टूडेंट के लिए लिखा था कि टिकट का विवरण आप सभी के मोबाइल व मेल पर पहुंच जाएगा , चिंता ना करें, घर जाने की अब तैयारी करें। इसी प्रकार एक यूजर ने सोशल मीडिया के जरिए सोनू सूद को बिहार के पटना की एक तस्वीर भेजी और उन्होंने लिखा सर इस महिला के पति की मौत हो गई है, मकान मालिक ने घर से निकाल दिया है । एक माह से सड़कों के किनारे पड़ी दो छोटे बच्चे भूख से बिलख रहे हैं मदद करें आप । सरकार से इन्हें कोई उम्मीद नहीं है, इस पर सोनू ने तुरंत जवाब देते हुए लिखा- कल इस परिवार के सिर पर छत होगी, इन छोटे बच्चों के लिए एक घर जरूर होगा।