दरअसल, एक शख्स ने ट्वीट कर तीन अनाथ बच्चों की जानकारी सोनू सूद को दी। शख्स ने लिखा, ‘इन तीन बच्चों ने अपने माता-पिता को खो दिया है। इनका न तो कोई बड़ा भाई है और न ही कोई ऐसा इंसान है जो इनकी देखभाल कर सके। इन बच्चों को आपकी मदद की जरूरत है। प्लीज इनकी मदद कीजिए।’ इस ट्वीट का जवाब देते हुए सोनू सूद (Sonu Sood Tweet) ने कहा कि ‘अब ये तीनों बच्चे अनाथ नहीं रह गए हैं। ये अब मेरी जिम्मेदारी हैं।’
जो जानकारी मिल रही है उसके मुताबिक, तीनों बच्चे तेलंगाना के यादादरी- भुवनगिरी जिले के हैं। बच्चों के पिता की मौत काफी पहले हो गई थी और कुछ वक्त पहले उनकी मां का भी निधन हो गया। तीनों बच्चों की दादी काफी बूढ़ी हैं। वहीं, प्रदेश के पंचायती राज मंत्री इर्राबेलली दयाकर राव ने इन बच्चों के बारे में टीआरएस विधायक गोंगिडी सुनीता महेंदर रेड्डी से ली। तीनों बच्चों का गांव आत्माकुर रेड्डी की विधानसभा क्षेत्र में आता है। मंत्री ने बच्चों की जानकारी तेलुगू फिल्म प्रोड्यूसर दिल राजू को दी और उनसे बच्चों को गोद लेने का आग्रह किया। दिल राजू ने अपने कुछ लोगों को गांव भेजकर बच्चों की जिम्मेदारी लेने की बात कही है।
बता दें कि सोनू सूद ने इससे पहले बिहार (Bihar) के एक परिवार की मदद के लिए भैंसें भेजने का इंतजाम किया था। दरअसल, एक यूजर ने ट्वीट कर बताया था कि भोला नाम के आदमी ने बाढ़ में अपने बेटे को खो दिया और 2 भैंसे जो उसकी कमाई का एकमात्र जरिया थी वह भी नहीं रहीं। ऐसे में जब सोनू सूद की नजर इस ट्वीट पर पड़ी तो उन्होंने फौरन मदद का ऐलान किया। सोनू सूद ने ट्वीट (Sonu Sood Tweet) करते हुए लिखा- ‘नुकसान के लिए खेद है। आज शाम तक उनके घर भैसें पहुंच जाएंगी ताकि उनकी आजिविका को नुकसान न हो। सेव फार्मर्स।’
इसके अलावा सोनू सूद ने एक और किसान परिवार की मदद की थी। एक किसान जब दो बेटियों की मदद से खेत जोत रहा था तो सोनू सूद ने उनके घर फौरन ट्रैक्टर भेजा और कहा कि बेटियों को उनकी पढ़ाई पर फोकस करने देते हैं।