एक न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू (Sonu Sood Interview) में सोनू सूद ने कहा कि प्रवासी मजदूरों को पैदल चलता देख हम सभी को काफी दुख हुआ है। पहली बार में हमने 350 लोगों को घर भेजा था। उसके बाद यह गिनती हजारों तक पहुंची और अब तक हम करीब 16 से 17 हजार लोगों को उनके घर भेज चुके हैं। एक्टर ने कहा कि मैं एक इंजीनियर हूं और उसी तरह सोचकर इन दिनों काम कर रहा हूं। पहले मैंने दोस्तों के साथ मिलकर लिस्ट बनाई। इस दौरान हम 2 से 3 दिन तक सो नहीं पाते हैं, लेकिन लोगों को उनके घर भेजकर हमें काफी खुशी मिलती है।
सोनू सूद ने आगे कहा, हमने जो पहली बस भेजी थी, वह कर्नाटक के लिए भेजी थी। उसमें करीब 350 लोग सवार थे। उसके बाद अब लोग हमपर भरोसा करते हैं। हमारी एक टीम है, जो खाने का काम देखती है। अब तक करीब 20 लाख लोगों को खाना भेजा जा चुका है। मेरे एक दोस्त हैं, जिनका फल का काम है। वह रोजाना 4 ट्रक फल भेजते हैं। इसके अलावा शेफ विकास खन्ना (Vikas Khanna Helping Sonu Sood) भी हमारी मदद कर रहे हैं।
जब तक आखिरी मजदूर अपने घर नहीं पहुंच जाता, मैं अपना काम जारी रखूंगा। अब ट्रेनों के लाइनअप की कोशिश कर रहा हूं। इससे एक साथ कई लोगों को घर भेजा जा सकता है। हमारा मिशन 50 हजार (Sonu Sood Will Help 50 Thousand Migrants) या उससे ज्यादा मजदूरों को उनके घर भेजने का है। आपको बता दें कि सोनू सूद ने बताया था कि मैं प्रवासी मजदूरों की मदद इसलिए कर रहा हूं क्योंकि मैं भी कभी प्रवासी था, जो अपनी आंखों में ढेर सारे सपने लेकर मुंबई आया था।