6 दिन में कोरोना को मात
दरअसल, सोनू सूद ने 17 अप्रैल को जानकारी दी थी कि उनकी कोविड रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। जिसके बाद उन्होंने खुद को घर में क्वारंटीन कर लिया था। हालांकि छह दिन के अंदर ही उन्होंने कोविड को मात दे दी। सोनू सूद ने सोशल मीडिया पर अपनी तस्वीर पोस्ट कर इसकी जानकारी दी। सोनू फोटो में कोरोना निगेटिव वाले साइन के साथ नजर आ रहे हैं। इसके साथ, उन्होंने कैप्शन में लिखा, ‘कोविड को टेस्ट निगेटिव आया है।’ जिसके बाद कंगना ने उनके जल्द ठीक होने के पीछे वैक्सीन को बताया है।
दरअसल, सोनू सूद ने 17 अप्रैल को जानकारी दी थी कि उनकी कोविड रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। जिसके बाद उन्होंने खुद को घर में क्वारंटीन कर लिया था। हालांकि छह दिन के अंदर ही उन्होंने कोविड को मात दे दी। सोनू सूद ने सोशल मीडिया पर अपनी तस्वीर पोस्ट कर इसकी जानकारी दी। सोनू फोटो में कोरोना निगेटिव वाले साइन के साथ नजर आ रहे हैं। इसके साथ, उन्होंने कैप्शन में लिखा, ‘कोविड को टेस्ट निगेटिव आया है।’ जिसके बाद कंगना ने उनके जल्द ठीक होने के पीछे वैक्सीन को बताया है।
कंगना ने किया ट्वीट
कंगना ने ट्वीट कर लिखा, ‘सोनू जी, आपने कोविड वैक्सीन का पहला डोज ले लिया था और मैं देख रही हूं कि आप बहुत तेजी से ठीक हो गए हैं। शायद आप भारत में बनी वैक्सीन और उसके प्रभावों की तारीफ करना चाहते हों, ताकि लोगों को भी वैक्सीन लेने के लिए प्रोत्साहित किया जा सके।’ कंगना का ये ट्वीट अब सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। लोग उनके ट्वीट पर तरह-तरह के रिएक्शन दे रहे हैं।
कंगना ने ट्वीट कर लिखा, ‘सोनू जी, आपने कोविड वैक्सीन का पहला डोज ले लिया था और मैं देख रही हूं कि आप बहुत तेजी से ठीक हो गए हैं। शायद आप भारत में बनी वैक्सीन और उसके प्रभावों की तारीफ करना चाहते हों, ताकि लोगों को भी वैक्सीन लेने के लिए प्रोत्साहित किया जा सके।’ कंगना का ये ट्वीट अब सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। लोग उनके ट्वीट पर तरह-तरह के रिएक्शन दे रहे हैं।
कोरोना संक्रमित मजदूर की मदद
बता दें कि खुद कोरोना से जूझ रहे सोनू सूद ने लोगों की मदद करना बंद नहीं किया। उन्होंने बेड के लिए छह दिनों से भटक रहे कोरोना संक्रमित एक मजदूर की मदद की है। रोशनी बुराड़े नाम की एक ट्विटर यूजर ने सोनू सूद को टैग करते हुए उनसे मदद की गुहार लगाई थी। उन्होंने लिखा, ‘सोनू सूद मेरे पापा कोविड पॉजिटिव हैं, उन्हें बहुत जरूरत है वेंटिलेटर की, लेकिन पूरे नागपुर में वेंटिलेटर उपलब्ध नहीं हैं। सर, प्लीज मदद की कीजिए मेरे पापा को बचा लीजिए।’ जिसके बाद सोनू ने मदद का भरोसा देते हुए लिखा, ‘आपके पापा को कुछ नहीं होने देंगे। 1 घंटे में पापा को वेंटीलेटर बेड मिल जायेगा।’ खबरों के मुताबिक, मरीज को बेड मिल चुका है।
बता दें कि खुद कोरोना से जूझ रहे सोनू सूद ने लोगों की मदद करना बंद नहीं किया। उन्होंने बेड के लिए छह दिनों से भटक रहे कोरोना संक्रमित एक मजदूर की मदद की है। रोशनी बुराड़े नाम की एक ट्विटर यूजर ने सोनू सूद को टैग करते हुए उनसे मदद की गुहार लगाई थी। उन्होंने लिखा, ‘सोनू सूद मेरे पापा कोविड पॉजिटिव हैं, उन्हें बहुत जरूरत है वेंटिलेटर की, लेकिन पूरे नागपुर में वेंटिलेटर उपलब्ध नहीं हैं। सर, प्लीज मदद की कीजिए मेरे पापा को बचा लीजिए।’ जिसके बाद सोनू ने मदद का भरोसा देते हुए लिखा, ‘आपके पापा को कुछ नहीं होने देंगे। 1 घंटे में पापा को वेंटीलेटर बेड मिल जायेगा।’ खबरों के मुताबिक, मरीज को बेड मिल चुका है।