फिल्म में कमली मूर्ति की मां सुगंती के बारे में दिखाया गया है कि वो कैसे अपनी बेटी के लिए समाज की रूढ़ीवादी परंपराओं को तोड़ती है और अपनी बेटी को स्केटबोर्ड चैम्पियन बनाती है। फिल्म को महज 6 हफ्ते में शूट किया गया।
फिल्म को दिसंबर 2018 में मुंबई इंटरनेशन शॉर्ट फिल्म फेस्टिवल में भेजा गया था। यहां फिल्म को बेस्ड डायरेक्टर अवॉर्ड मिला। साथ ही फिल्म ने अटलांटा फिल्म फेस्टिवल में बेस्ट डॉक्यूमेंट्री अवॉर्ड भी जीता है।
कमली, तमिलनाडु के एक छोटे से मछली पकड़ने वाले शहर, महाबलिपुरम की एकमात्र फीमेल चाइल्ड स्केटबोर्डर है। कमली पहली बार लाइमलाइट में तब आई थी जब टोनी हॉक की उन पर नजर पड़ी। टोनी एक मशहूर स्केटबोर्डर हैं। टोनी हॉक ने अपने फेसबुक वॉल पर कमली की तस्वीर शेयर की थी।