शर्मिला टैगोर ने शादी करने से पहले मंसूर अली खान के सामने रखी थी ये शर्त
अपने एक इंटरव्यू में शर्मिला टैगोर ने कहा था कि मंसूर अली खान ने एक आंख के साथ इतना अच्छा खेलते थे। अगर उनकी दोनों ही आंखें ठीक होतीं तो वह पता नहीं क्या करते।
नई दिल्ली: एक्ट्रेस शर्मिला टैगोर (Sharmila Tagore) और क्रिकेटर मंसूर अली खान पटौदी (Mansoor Ali Khan Patodi) की जोड़ी मशहूर जोड़ियों में से एक थी। दोनों की पहली मुलाकात साल 1965 में हुई थी, इसके बाद दोनों साल 1969 शादी की थी। लेकिन क्या आप जानते हैं, शर्मिला टैगोर ने शादी से पहले मंसूर अली खान सामने एक शर्त रख दी थी, जिसके बाद उन्होंने शादी की थी।
दरअसल शर्मिला टैगोर, मंसूर अली खान को काफी अच्छा स्पोर्ट्समैन मानती हैं। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इसलिए उन्होंने छक्कों की हैट्रिक मारने की शर्त सामने रखी थी। उनकी इस शर्त को लेकर मंसूर अली खान पटौदी उस वक्त राजी हो गए थे। अगले ही दिन नवाब पटौदी ने एक मैच में 3 बॉलों पर 3 छक्के मार दिए, इसके बाद 27 दिसंबर 1969 को शर्मिला टैगोर और नवाब पटौदी हमेशा-हमेशा के लिए एक हो गए थे।
अपने एक इंटरव्यू में शर्मिला टैगोर ने कहा था कि मंसूर अली खान ने एक आंख के साथ इतना अच्छा खेलते थे। अगर उनकी दोनों ही आंखें ठीक होतीं तो वह पता नहीं क्या करते। इंटरव्यू में शर्मिला टैगोर से मंसूर अली खान पटौदी की बायोपिक को लेकर सवाल किया गया था।
दोनों आंखें होतीं तो वह क्या करते मंसूर अली खान को लेकर किये गए इस सवाल के जवाब में शर्मिला टैगोर ने कहा था मुझे लगता है कि उनकी जिंदगी में सभी जो चीजें हुईं, उनके पिता की मौत, उनकी एक आंख का खोना और कम उम्र में ही तमाम तरह के उतार-चढ़ाव से होकर गुजरना, मुझे नहीं लगता कि कोई और व्यक्ति इन चीजों में एडजस्ट हो पाता।
मंसूर अली खान के बारे में बात करते हुए शर्मिला टैगोर ने आगे कहा था कि उन्होंने न केवल लड़ाई लड़ी, बल्कि वह अपनी आंख के साथ हुए हादसे के बाद भी फील्ड पर लगातार डटे रहे। मुझे लगता है कि वह एक शानदार स्पोर्ट्सपर्सन थे। भगवान ही जानता है कि अगर उनके पास दोनों आंखें होतीं तो वह क्या हासिल करते।