एसिड अटैक के बाद लक्ष्मी अग्रवाल ने एक लंबी कानूनी लड़ाई लड़ी, जिसके बाद दोषियों को सजा दिलाई गई। साल 2005 में 15 साल की लक्ष्मी पर 32 साल के गुड्डू ने 2 लोगों के साथ मिलकर एसिड हमला कर दिया था। इसका कारण था लक्ष्मी ने उससे शादी करने से इनकार कर दिया था। गुड्डू लक्ष्मी के बड़े भाई का दोस्त था। घर आने जाने में उसे लक्ष्मी से एक तरफा प्यार हो गया था।
मिडिल क्लास से ताल्लुक रखने वाली लक्ष्मी के पिता घर घर जाकर खाना बनाने का काम किया करते थे और उनकी मां होममेकर थीं। लक्ष्मी के पिता और भाई की मौत बीमारी के कारण हो गई थी। एसिड अटैक के बाद लक्ष्मी 3 महीने तक हॉस्पिटल में एडमिट रही थीं। इस दौरान लक्ष्मी ने न अपना चेहरा देखा और न ही उसे छुआ। हिम्मत हार चुकीं लक्ष्मी को परिवार ने मोटिवेशन दी और उसके बाद लक्ष्मी ने अपने अपराधियों के खिलाफ कानूनी लड़ाई लड़ी।
इस लड़ाई के दौरान उनकी मुलाकात आलोक दीक्षित से हुई। दोनों को एक-दूसरे से प्यार हो गया और दोनों ने बिना शादी के साथ रहने का फैसला कर लिया। उसके बाद दोनों की शादी हुई और दोनों ने एक प्यारी बच्ची पीहू को जन्म दिया। हालांकि बेटी के जन्म के कुछ दिन बाद ही दोनों अलग हो गए। आपको बता दें कि लक्ष्मी ने स्टॉप एसिड अटैक नाम से अभियान चलाया। इसके बाद उन्होंने भारत में एसिड के बिकने पर रोक लगाने की मांग की। अपने इस अभियान के लिए उन्होंने कई अवार्ड्स भी जीते। साथ ही भारत मे एसिड खरीदने को लेकर कई नियम भी बनाये गए। वाक्ई लक्ष्मी कई लोगों को प्रेरणादायक हैं।