संजय दत्त ने कहा, ‘उनकी कहानी काफी सेंसिटिव थी जिसे निर्देशित करने के लिए हिरानी ही सही इंसान थे।’ संजय ने बताया कि वह काफी खुश हैं कि उनके जीवन पर बायोपिक बनाई गई साथ ही उन्होंने यह कबूल भी किया कि उनकी लाइफ पागलपन से भरपूर रही है।
संजय दत्त ने इस विषय पर भी बात की जहां इस फिल्म को उनके ईमेज को वाइट वॉश करने का तरीका बताया गया। उन्होंने कहा, ‘मुझे इससे फर्क नहीं पड़ता है। कोई भी 50-60 करोड़ रुपए किसी की ईमेज को साफ करने के लिए नहीं लगाएगा। मेरी ईमेज तभी साफ हो गई थी जब मुझे सुप्रीम कोर्ट से क्लीन चिट देते हुए कहा कि मैं आतंकवादी नहीं हूं। साथ ही अगर फिल्म में सच्चाई नहीं होती तो यह बॉक्स ऑफिस पर 334.57 करोड़ का बिजनेस कतई नहीं कर पाती।’