सैफ ने कहा कि फिल्म में एनकाउंटर देखना विचलित कर सकता है और उन्होंने कहा कि वह खुद को उदारवादी विचारों के साथ खुद को वामपंथ की तरफ झुकाव वाला इंसान मानते हैं।
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फिल्म के किरदार के बारे में बात करते हुए सैफ बताते हैं कि ‘जब माफिया की समस्या कंट्रोल से बाहर हो जाती है तो एक व्यक्ति सामने आता है। इसमें यह नहीं दिखाया जाएगा कि कथित अपराधी बचकर भागने के प्रयास में मारा गया या उसकी हत्या की गई थी। बाद में कागजी कार्रवाई करके दिखाया जाता है कि वह भाग रहा था तो हमें उसे मारना पड़ा और इसी को एनकाउंटर कहा जाता है।’उन्होंने बताया कि यह ‘फेक एनकाउंटर’ होता है। यह गैरकानूनी है और न्याय के सिद्धांत के खिलाफ है। इसके साथ ही सिनेमा पर इसे दिखाया जाना भी काफी परेशान करने वाला होता है जैसाकि मेरे किरदार के साथ दिखाया गया है। लेकिन उसे लगता है कि वह अच्छा आदमी है क्योंकि इसकी जरूरत है।’
एक्टर ने कहा ‘मुझे लगता है कि किसी भी फैसले पर जाने से पहले हर आदमी का यह अधिकार है कि वह अपनी बात कह सके। निश्चित तौर पर फिल्म में जैसा मेरा किरदार दिखाया गया है, ऐसे लोगों को मारने वाला तो मैं बिल्कुल नहीं हूं। मैं अपने किरदार से असल जिंदगी में बिल्कुल अलग हूं।’
उन्होंने आगे कहा कि उम्मीद करता हूं कि उसे सेक्युलर वेल्यूज के साथ बड़ा करूंगा ताकि एक-दूसरे का सम्मान करें। हालांकि उनका ये वीडियो काफी पुराना था, जो अब तेजी से वायरल हो रहा है। इसे देखने के बाद लोग गुस्से से लाल हो गए और फिल्म के बायकॉट की मांग करने लगे।