साधना को बचपन से एक्टिंग का काफी शौक था. वे अपने स्कूल और कॉलेज के दौरान कई तरह के प्रोग्राम में हिस्सा लिया करती थीं. साल 1957-58 के दौरान साधना ने कॉलेज में एक सिंधी फिल्म के लिए ऑडिशन दिया था और वो इसमें वो सिलेक्ट भी हो गईं. उस जमाने की सिंधी फिल्मों की मशहूर एक्ट्रेस शीला रमानी की छोटी बहन के रोल के लिए उन्हें सिलेक्ट किया गया था. ये फिल्म पार्टिशन पर बेस्ड थी जिसका नाम ‘अबाना’ था. फिल्म में दर्शकों ने साधना की एक्टिंग की खूब तारीफ की.
यह भी पढे़ं: ‘सलीम की अनारकली’ के लिए मधुबाला नहीं नरगिस की डायरेक्टर की पहली पसंद, ऐसे आखिरी वक्त में पलटी बाजी रिलीज के दिन साधना की फोटो को फिल्म के मेकर्स ने फ्रंट पेज पे छाप था. इसी दौरान हिंदी फिल्म के फेमस प्रोड्यूसर शशिधर मुखर्जी की नजर साधना की फोटो पर पड़ी, जिसे देखने के बाद दादा मुखर्जी साधना से मिले और अपनी अगली फिल्म ‘लव इन शिमला’ के लिए उन्हें साइन कर लिया. फिल्म के शूटिंग के दौरान साधना के हेयरस्टाइल को चैंज करने की बात की गई. उनके माथे को कवर करने के लिए विग या पैच लगाने की योजना बनाई जा रही थी तब डायरेक्टर आर के नैयर ने कहा कि कोई विग या पैच नही लगेगा.
वो साधना को कैंप्स कॉर्नर के पार्लर में ले गए और वहां जो भी हेयर स्टाइलिश थी उसको कहा की ऐसा हेयर स्टाइल करो जिससे इनकी माथे की वाइड थोड़ी कम हो जाए. उन्होंने कहा ऐसा करो जो हॉलीवुड की हीरोइन ऑड्रे हेपबर्न है उनका फ्रिंज लुक दे दो. हेयर स्टाइलिश ने वही लुक दे दिया. उस वक्त किसी ने ये नहीं सोचा था एक दिन साधना का ये हेयरस्टाइल इतना फेमस हो जाएगा और ‘साधना कट’ के तौर पर पहचाना जाएगा.
साधना के इस कट के साथ फिल्म ‘लव इन शिमला’ भी हिट रही. ये उस दशक की टॉप 10 हिट फिल्मों में से एक थी. बता दें कि साधना ने अपने करियर में ‘मेरा साया’, ‘आरजू’, ‘एक फूल दो माली’, ‘लव इन शिमला’, ‘वक्त’ और ‘वो कौन थी’ जैसी शानदार फिल्मों में काम किया.
साधना के इस कट के साथ फिल्म ‘लव इन शिमला’ भी हिट रही. ये उस दशक की टॉप 10 हिट फिल्मों में से एक थी. बता दें कि साधना ने अपने करियर में ‘मेरा साया’, ‘आरजू’, ‘एक फूल दो माली’, ‘लव इन शिमला’, ‘वक्त’ और ‘वो कौन थी’ जैसी शानदार फिल्मों में काम किया.