बॉलीवुड

अब ‘द गर्ल ऑन द ट्रेन’ में Parineeti Chopra के साथ ‘याद नहीं, भूल गई’ का मामला

फिल्मों ने दी दुनिया को कई लाइलाज बीमारियों की जानकारी
आमिर खान की ‘गजनी’ से लोगों ने ‘शॉर्ट टर्म एमनेशिया’ के बारे में जाना
‘ब्लैक’ में अल्जाइमर से पीडि़त था अमिताभ बच्चन का किरदार

Feb 05, 2021 / 09:49 am

पवन राणा

-दिनेश ठाकुर

जां निसार अख्तर का शेर है- ‘हमने इंसानों के दुख-दर्द का हल ढूंढ लिया/ क्या बुरा है जो ये अफवाह उड़ा दी जाए।’ दुनिया में दुख-दर्द की कोई इंतिहा नहीं। जितने चेहरे, उनसे कहीं ज्यादा दुख-दर्द। उनके दुख-दर्द को नापने का कोई पैमाना अब तक ईजाद नहीं हुआ, जो लाइलाज बीमारियों से जूझ रहे हैं। इनमें से कई बीमारियों के तो नाम तक आप-हम नहीं जानते। फिल्में समय-समय पर ऐसी कुछ बीमारियों के बारे में इल्म बढ़ाती रहती हैं। आमिर खान ( Aamir khan ) की ‘गजनी’ ( Gajani Movie ) से पहले कम लोग ही जानते होंगे कि ‘शॉर्ट टर्म एमनेशिया’ भी लाइलाज बीमारी है। इसमें कुछ देर के लिए आदमी याददाश्त खो देता है। इस दौरान वह जो करता है, याददाश्त लौटने पर भूल जाता है। आने वाली फिल्म ‘द गर्ल ऑन द ट्रेन’ ( The Girl on the Train Movie ) में परिणीति चोपड़ा ( Parineeti Chopra ) को भी यही बीमारी है। ब्रिटिश लेखिका पॉला हॉकिन्स के इसी नाम के उपन्यास पर आधारित इस मर्डर मिस्ट्री में एक हत्या को लेकर पुलिस को परिणीति पर शक है। बार-बार की पूछताछ से परेशान परिणीति को भी खुद पर शक होने लगता है। कहीं याददाश्त जाने के दौरान तो उनसे यह कांड नहीं हो गया? इस उपन्यास पर हॉलीवुड भी 2016 में इसी नाम से चुस्त-दुरुस्त साइकोलॉजिकल थ्रिलर बना चुका है। इसमें एमिली ब्लंट को शानदार एक्टिंग के लिए बाफ्टा अवॉर्ड का नामांकन हासिल हुआ था। फिल्म ने दुनियाभर में 173.3 मिलियन डॉलर (करीब 12.63 अरब रुपए) का कारोबार किया था।

सोनाक्षी सिन्हा ने बताया क्यों सही है किसान आंदोलन को इंटरनेशनल सेलेब्स का सपोर्ट, गिनाए कारण


अल्जाइमर से पीडि़त हैं दिलीप कुमार
राजेश खन्ना की ‘आनंद’ ने लिम्फोमा कैंसर के बारे में बताया था, जो घातक किस्म का ब्लड कैंसर है। ‘ब्लैक’ में अमिताभ बच्चन का किरदार अल्जाइमर से पीडि़त है। यह बीमारी दिमाग की कोशिकाओं को कमजोर करती है। आदमी की याददाश्त गड़बड़ा जाती है। त्रासदी के बादशाह दिलीप कुमार काफी समय से इसी बीमारी से जूझ रहे हैं। ‘पा’ में अमिताभ बच्चन ने ऐसे व्यक्ति का किरदार अदा किया, जो अजीबो-गरीब बीमारी प्रोजेरिया से जूझ रहा है। इसका मरीज कम उम्र में ही उम्रदराज व्यक्ति जैसा दिखने लगता है। दुनिया में करीब सौ लोग इससे पीडि़त बताए जाते हैं।


माय नेम इज खान : एस्पर्जर
ग्यारह साल पहले आई ‘माय नेम इज खान’ में शाहरुख खान का किरदार ‘एस्पर्जर’ से पीडि़त है। इस बीमारी का मरीज दूसरों से घुलने-मिलने और बात करने से कतराता है। उसे लगता है कि सामने वाला उसकी बात नहीं समझ पा रहा है, इसलिए वह एक ही बात बार-बार दोहराता है। यानी वह आत्मविश्वास नहीं जुटा पाता। एक और गंभीर बीमारी ‘क्वॉड्रीप्लेजिया’ के बारे में ऋतिक रोशन की ‘गुजारिश’ ने बताया। यह चारों अंगों का पक्षाघात है। इसका मरीज हमेशा बिस्तर पर रहता है, क्योंकि वह ज्यादा हिल-डुल नहीं सकता। ‘गुजारिश’ ऐसे मरीज की इच्छा-मृत्यु के पक्ष में खड़ी नजर आती है।

रामायण के ‘राम’ ने जताया सरकार पर भरोसा, रिहाना और विदेशी हस्तक्षेप पर कह दी बड़ी बात

मर्द को दर्द क्यों नहीं होता?
‘हिचकी’ में रानी मुखर्जी ‘टॉरेट सिंड्रोम’ से पीडि़त हैं। इसमें दिमाग के न्यूरो ट्रांसमीटर का संतुलन गड़बड़ाने से हाव-भाव और बोले जा रहे शब्द बदल जाते हैं। वासन बाला की ‘मर्द को दर्द नहीं होता’ का नायक (अभिमन्यु दासानी) ‘कनजेनिटल इनसेंसिटिविटी टू पेन’ का मरीज है। मारने-पीटने पर भी उसे दर्द का एहसास नहीं होता। फिल्म का नायक अपनी इस बीमारी का फायदा उठाकर बदमाशों की तबीयत से धुलाई करता रहता है। कुछ फिल्मों में नायकों की बीमारी या अपंगता को भी मसालेदार बनाया जाता रहा है। ‘कत्ल’ में संजीव कुमार नेत्रहीन हैं। पत्नी की बेवफाई के बाद वह एक के बाद एक हत्याएं करते रहते हैं। फिल्मी अदालत इस बात पर हैरान रहती है कि एक नेत्रहीन ने हत्याएं कैसे कीं? ‘कत्ल’ संजीव कुमार के आखिरी दौर की फिल्मों में से एक है।

Hindi News / Entertainment / Bollywood / अब ‘द गर्ल ऑन द ट्रेन’ में Parineeti Chopra के साथ ‘याद नहीं, भूल गई’ का मामला

Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.