उन्होंने कहा, ‘जिस दिन हम कलाकारों को उनके सोशल मीडिया स्टेटस या उन्हें मिले बड़े अवॉर्डस या प्रोजेक्ट के आधार पर जज करना छोड़ देंगे उस दिन पक्षपात का यह पूरा सिस्टम खत्म हो जाएगा। कलाकारों की यह पीढ़ी अपनी क्षमता, अधिकार और व्यावसायिक मूल्यों को लेकर समझदार है। इसीलिए भाई-भतीजावाद और पक्षपात के पूरे आंदोलन को दर्शक मिल गए हैं, वरना पहले ये चीजें लोगों को पता ही नहीं चलती थीं।’
रफ्तार का मानना है कि पैसे और शारीरिक शक्ति की ताकत उन लोगों को डराने के लिए काफी है जो म्यूजिक बिजनेस में नए आए हैं। ‘ऑल ब्लैक’, ‘स्वैग मेरा देसी’ और ‘ढिशूम रैप’ के लिए मशहूर रफ्तार ने नेपोटिज्म पर कहा, ‘हमें इस पूरे इनसाइडर-आउटसाइडर बहस को रोकने की जरूरत है। कलाकारों की यह पीढ़ी अपनी क्षमता, अधिकार और व्यावसायिक मूल्यों को लेकर समझदार है। इसीलिए भाई-भतीजावाद और पक्षपात के पूरे आंदोलन को दर्शक मिल गए हैं, वरना पहले ये चीजें लोगों को पता ही नहीं चलती थीं। रफ्तार को फिलहाल एमटीवी रोडीज रिवॉल्यूशन में देखा जा रहा है।