एडवरटाइजिंग एजेंसी में राइटर का काम किया
रणवीर सिंह का पूरा नाम रणवीर सिंह भावनानी है। लेकिन इन्होने ‘भावनानी’ शब्द इसलिए हटाया, क्योंकि इसके साथ उनका नाम काफी लंबा लगता था। इन्हे लगता था कि इतने लंबे नाम के साथ फिल्म इंडस्ट्री में कम अहमियत मिलेगी। रणवीर सिंह जब बहुत बार ऑडिशन में सफल नहीं हो पाए तो उन्होंने एडवरटाइजिंग एजेंसी में बतौर राइटर काम किया। इस दौरान असिस्टेंट डायरेक्टर का काम करने का भी मौका मिला।
रणवीर सिंह का पूरा नाम रणवीर सिंह भावनानी है। लेकिन इन्होने ‘भावनानी’ शब्द इसलिए हटाया, क्योंकि इसके साथ उनका नाम काफी लंबा लगता था। इन्हे लगता था कि इतने लंबे नाम के साथ फिल्म इंडस्ट्री में कम अहमियत मिलेगी। रणवीर सिंह जब बहुत बार ऑडिशन में सफल नहीं हो पाए तो उन्होंने एडवरटाइजिंग एजेंसी में बतौर राइटर काम किया। इस दौरान असिस्टेंट डायरेक्टर का काम करने का भी मौका मिला।
‘बैंड बाजा बरात’ से मिला मौका
रणवीर की किस्मत तब बदली जब यशराज फिल्म के लिए बतौर उनका चयन हुआ। दरअसल, यशराज फिल्म्स को अपनी मूवी ‘बैंड बाजा बरात’ के लिए नए चेहरे की तलाश थी, जिसमें रणवीर सिंह फिट बैठ गए। इन्होने इस फिल्म के जरिए धमाल मचा दिया। इस फिल्म में रणवीर सिंह ने बिट्टू शर्मा का किरदार निभाया था। जिसके चलते इन्होने कई दिन दिल्ली यूनिवर्सिटी के कैंपस में बिताकर वहां का माहौल समझा था। इस फिल्म के लिए रणवीर सिंह को बेस्ट मेल डेब्यू का अवॉर्ड भी मिला था। रणवीर की फिल्मों में लोग इनकी अदाकारी और एक्टिंग के कायल हैं। शायद इसीलिए लोग रणवीर सिंह को पसंद भी करते हैं।
रणवीर की किस्मत तब बदली जब यशराज फिल्म के लिए बतौर उनका चयन हुआ। दरअसल, यशराज फिल्म्स को अपनी मूवी ‘बैंड बाजा बरात’ के लिए नए चेहरे की तलाश थी, जिसमें रणवीर सिंह फिट बैठ गए। इन्होने इस फिल्म के जरिए धमाल मचा दिया। इस फिल्म में रणवीर सिंह ने बिट्टू शर्मा का किरदार निभाया था। जिसके चलते इन्होने कई दिन दिल्ली यूनिवर्सिटी के कैंपस में बिताकर वहां का माहौल समझा था। इस फिल्म के लिए रणवीर सिंह को बेस्ट मेल डेब्यू का अवॉर्ड भी मिला था। रणवीर की फिल्मों में लोग इनकी अदाकारी और एक्टिंग के कायल हैं। शायद इसीलिए लोग रणवीर सिंह को पसंद भी करते हैं।