फिल्म ओम शांति ओम का डायलॉग—इतनी शिद्दत से मैंने तुम्हे पाने की कोशिश की है कि हर ज़र्रे ने मुझे तुमसे मिलाने की साज़िश की है।
आशिकी 2— ये जिंदगी चल तो रही थी, पर तेरे आने से मैंने जीना शुरू किया।
फना—हमसे दूर जाओगे कैसे दिल से हमें भुलाओगे कैसे हम वो खुशबू हैं जो सांसों में बसते हैं खुद की सांसो को रोक पाओगे कैसे।
देवगदास— यूं नजर की बात की और दिल चुरा गए हम तो समझते थे बुत और आप तो धड़कन सुना गए।
कल हो ना हो— प्यार तो बहुत लोग करते है, लेकिन मेरे जैसा प्यार कोई नही कर सकता क्योंकि किसी के पास तुम जो नहीं हो।