अपने ट्वीट के माध्यम से पूजा भट्ट ( Pooja Bhatt tweet ) ने कहा, ‘ सोशल मीडिया या असामाजिक मीडिया? प्रेरित, गुमराह या स्वाभाविक रूप से दुखी लोग उन लोगों पर निशाना साधते हैं जिनके पास आम तौर पर उनकी पहुंच नहीं होती है और जिनके पास लोकप्रिय राय के खिलाफ जाने की हिम्मत होती है। वे कलाकारों के साथ दुर्व्यवहार करते हैं और उन्हें धमकियां ( Misbehave and threaten them ) देते हैं। उन्हें नजरअंदाज करने से उनकी हताशा को ओर बढ़ावा मिलता है और वे फिर सीधे नफरत दिखाने लगते हैं। ‘
वहीं पूजा भट्ट ने अगले ट्वीट ( Pooja bhatt next tweet ) में कहा, ‘किसी भी और सभी आक्रामक, अपमानजनक व्यवहार को अनदेखा या मूक करना पर्याप्त नहीं है। इस तरह के ट्रोल पर रिपोर्ट ( Report against trollers ) करके तुरंत ब्लॉक ( Just block trollers ) करें और सभी के प्रति होने वाली अपमानजनक व्यवहार को रोकें। हम इस बात का ध्यान रखते हैं कि हमारे घरों में कौन आए और कौन नहीं। इस वजह से हमें सोशल मीडिया अकाउंट ( Social media account ) के माध्यम से प्रेरित, गुमराह और स्वाभाविक रूप से दुखी लोगों को हम तक पहुंचने की अनुमति क्यों देनी चाहिए?’
अपनी बात के अंत में उन्होंने कहा, ‘ आलोचना एक चीज है। खूब गाली दो। दुर्व्यवहार को अनदेखा (Ignoring promotes trolls ) करने से लगता है कि यह उन ट्रोल्स को ईंधन देगा जो और लोगों पर निशाना ( Trollers target people ) साधते हैं। इस पर लगाम लगानी होगी। किसी भी मुद्दे पर कोई सहमत तो कोई असहमत हो सकता है हालांकि सोशल मीडिया पर पहुंच होने से उसे किसी को भी धमकी देने और गलत व्यवहार करने का अधिकार नहीं मिल जाता है।’