दरअसल, बीते 19 अप्रैल को परेश रावल ने ट्विटर पर एक ट्वीट करते हुए लिखा था कि ‘एक सच ये भी है कि भगवान को सबसे ज्यादा मंदिर की बजाए अस्पताल में याद किया जाता है’. इस ट्वीट पर तमाम लोग ने अपनी प्रतिक्रिया दी थी. कुछ ने उनका साथ दिया तो कुछ ने उनकी काफी खिंचाई भी की. इसी बीच राहुल तहिलियानी (Rahul Tahiliani) नाम के एक यूजर ने उनके ट्वीट करते हुए लिखा कि ‘तो फिर ये बात पार्टी में उठाएं, अज्ञानियों को ज्ञान दें. पार्टी वालों को बताएं कि नफरत की नींव रखने की जगह अस्पतालों की नींव रखें’.
ऐसे में परेश रावल भी कहा पीछे हटने वालों में से छे. उन्होंने भी तुरंत ही इस जवाब देते हुए लिखा कि ‘राहुल भाई सही बात कही आपने, अस्पताल की नींव का पत्थर भी रखेंगे लेकिन पत्थर नींव में रखेंगे, छत पर नहीं!’. अब उनका ये ट्वीट काफी तेजी से वायरल हो रहा है, जहां कुछ लोगों को उनकी ये बात पसंद भी आ रही हैं तो कुछ उनको ट्रोल भी कर रहे हैं. शाहिद खान नाम के यूजर ने लिखा कि ‘परेश जी, मैं आपका फैन हूं, जब आपको ऐसे देखता हूं तो दुख होता है, जिस अभिनेता का कॉमेडी में अभिनय होता है उनकी फिल्म देखता हूं, वो भी ऐसी ही नफरती बातें करते हैं’.
आदित्य प्रताप नाम के यूजर ने लिखा कि ‘अगर पत्थर को नींव में रख कर आवश्यक निर्माण कर दिया होता तो छतों पर रखने के लिए बचते ही नहीं’. वहीं सुहैल सैफी नाम के यूजर लिखते हैं ‘अरे परेश रावल जी, पत्थर छत पर पहुंचेंगे तभी तो ऊपर का फ्लोर बनेगा’. अशद खान नाम के यूजर ने लिखा कि ‘आप ये किस लाइन में आ गए सर जी’. इसके अलावा भी उनके इस ट्वीट पर आपको ऐसे कई सारे कमेंट्स और प्रतिक्रिया देखने को मिल जाएगी.