स्कुल के दिनों में एक बार टीचर ने एक प्रोग्राम में पंकज को कुछ गाने को कहा था। पंकज ने ऐ मेरे वतन के लोगों गाना गया। उनके इस गीत से वहां बैठे सभी लोगों की आंखें नम हो गईं। उन्हें खूब वाहवाही भी मिली। दर्शकों से एक आदमी ने खड़े होकर उनके लिए ताली बजाई और इनाम के रूप में उन्हें 51 रुपए दिए। बता दें कि पंकज उदास अपने गाने चिट्ठी आई है से काफी फेमस हुए थे, चिट्ठी आई है उनके करियर के बेहतरीन गजलों में से एक है, लेकिन शुरुआत में वो ये गाना ही नहीं चाहते थे। बाद में जिसने भी उनका ये गाना सुना वो गाने को भूल नहीं पाया। जब राज कपूर (Raj Kapoor) ने पंकज उधास के इस गाने को सुना तो वो भावुक होकर रोने लगे थे।
पंकज उधास के गाने को लोग खूब पसंद करते हैं। एक बार पंकज स्टेज परफॉर्मेंस दे रहे थे तभी अचानक से एक आदमी ने उनसे गाने की फरमाइश की। पर उस आदमी का बर्ताव पंकज को पसंद नहीं आया और उन्होंने गाने से इंकार कर दिया। इस बात पर वो आदमी इतना भड़क गया कि उसने पंकज के सामने बंदूक तान दी और गाने के लिए कहा। आदमी की हरकत से पंकज इतना डर गए कि उन्होंने उसकी फरमाइश की गजल गाई। बॉलीवुड में अपनी पहचान बनाने के लिए पंकज ने कड़ा संघर्ष किया था। एक दौर ऐसा भी था जब उनके पास कोई काम नहीं था। उन्होंने फिल्म कामना में अपने एक गाने को आवाज दी थी, लेकिन वो फिल्म फ्लॉप हो गई, जिस वजह से उन्हें भी कोई खास पॉपुलैरिटी नहीं मिली। काम नहीं मिलने से दुखी होकर उन्होंने विदेश जाकर रहने का फैसला किया था।
पंकज को कॉलेज के दौरान फरीदा (Farida) से प्यार हो गया था। पंकज को पहली नजर में ही फरीदा पसंद आ गई थीं। उस वक्त वो ग्रेजुएशन कर रहे थे और फरीदा एयर होस्टेस थीं। दोनों एक दुसरे से शादी करना चाहते थे। पंकज के परिवार वालों को इस रिश्ते से कोई एतराज नहीं था पर फरीदा के परिवार वाले उनकी शादी किसी दूसरे धर्म के लड़के के साथ नहीं करवाना चाहते थे। पर पंकज ने फरीदा के पिता से बात की। पंकज की बात सुनकर फरीदा के पिता इतने प्रभावित हुए कि उन्होंने शादी के लिए फौरन हां कर दिया। शादी के बाद दोनों की दो बेटियां हुईं जिनका नाम उन्होंने नायाब और रेवा रखा।