लता जी की आवाज एक ऐसा सुकुन था जिसे सुनकर काफी ठंडक मिलती थी। कहते हैं कि ऑल इंडिया रेडियो को एक लेटर दिया गया था। इस लेटर में लता मंगेशकर को लेकर कहा गया था कि हिंदुस्तान कश्मीर रख ले, लेकिन लता मंगेशकर को पाकिस्तान को दे दिया जाए।
लता मंगेशकर के चाहने वाले सिर्फ आम जनता ही नहीं बल्कि कईं दिग्गज सिंगर भी शामिल थे। इन बातों से साफ समझा जा सकता है कि लता मंगेशकर के पाकिस्तान फैंस कितने थे और वो पाकिस्तानी आवाम के लिए कितना महत्व रखती थीं। हिंदुस्तान में रह कर भी वो पाकिस्तानी आवाम की जान हुआ करती थीं।
आज जब लता जी हमारे बीच नहीं हैं, तब पाकिस्तान से जो इसपर आधिकारिक प्रतिक्रिया आई है, उसमें भी उनकी सुरीली आवाज का असर दिखाई पड़ रहा है। अक्सर गलत वजहों से पाकिस्तानी राजनीति में सुर्खियां बटोरने वाले पाकिस्तानी सूचना और प्रसारण मंत्री चौधरी फवाद हुसैन ने लता मंगेशकर को श्रद्धांजलि देते हुए ट्विटर पर लिखा है, ‘एक प्रसिद्ध शख्सियत अब नहीं है, लता मंगेशकर मधुर स्वर की रानी थीं, जिन्होंने संगीत की दुनिया पर दशकों तक राज किया, वह संगीत की बेताज रानी थीं, आने वाले हर समय में भी उनकी आवाज लोगों के दिलों पर राज करती रहेगी। लता मंगेशकर को श्रद्धांजलि।’
इस महान गायिका के सुर में इतनी ताकत थी कि परमाणु बमों की धमकी देने वाले देश की आवाज भी मंद पड़ जाती थी। ये कोई एक दिन की बात नहीं है। जब देश का बंटवारा हुआ, तब लता दीदी के गाने भारतीयों को सुकून देते थे, तो वहीं पाकिस्तानी भी उसे सुनने के लिए पूरी तरह से मचलते रहते थे। मोहम्मद अली जिन्ना के पाकिस्तान बनाने पर अगर किसी पाकिस्तान में सवाल उठा तो सिर्फ यही कि इस फैसले की वजह ले उसे लता मंगेशकर को गंवाना पड़ गया।
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लता मंगेशकर के चाहने वालों दिग्गज सिंगर की लिस्ट में शामिल महान गायिका नूर जहां का नाम भी शामिल है। एक दफा नूर जहां ने लता मंगेशकर के बारे में बात करते हुए कहा था कि, “वो मेरी तारीफ करती हैं। पर लता मंगेशकर एक हैं, उन जैसा आज तक कोई पैदा नहीं हुआ है।”
लता मंगेशकर म्यूजिक इंडस्ट्री की वो शख्सियत थीं, जिनकी कमी सच में कभी पूरी नहीं की जा सकेगी। लता मंगेशकर हमारे बीच नहीं है, लेकिन उम्मीद है कि उनके सदाबहार गाने दो मुल्कों की डोर यूंही जोड़े रखेंगे।
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