यही नहीं उन्होंने जावेद अख्तर के बारें में यह भी कहा वह एक मुसलमान कहलाने के लायक नहीं है। वह ये सब बस इसलिए कर रह हैं ताकि उन्हें राज्यसभा में सीट प्राप्त हो जाए। साथ ही जावेद का संबंध आरएसएस संग होने की बात भी कही। जावेद अख्तर पर तंज कसते हुए असीम वकार ने यह भी कहा कि लंबे से कुर्ते के अंदर खाकी निक्कर का ज्ञान का निकल रहा है। जावेद अख्तर ( Javed Akhtar Tweet ) के ट्वीट की बात करें तो उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा था कि ‘भारत में तकरीबन 50 साल तक लाउडस्पीकर पर अज़ान अनुचित थी, लेकिन बाद में यह हलाल बन गया और ऐसा हलाल बना कि अब खत्म होता दिखा रहा है। अज़ान तो ठीक है लेकिन लाउडस्पीकर का इस्तेमाल दूसरों के लिए मुश्किलें पैदा करता है। मुझे उम्मीद है कि इस बार वे खुद इसका संज्ञान लेगें। उनके इस ट्वीट से सोशल मीडिया पर मुद्दा गरमाया हुआ है। यह काफी से वायरल होने लगा। जहां कुछ लोगों ने उनके इस ट्वीट पर सहमति जताई। तो कई लोगों ने अपनी नाराजगी जाहिर की।
वैसे बता दें ऐसा नहीं है कि जावेद अख्तर पहले ऐसे शख्स हैं जिन्होंने लाउडस्पीकर पर अज़ान होने का खंडन किया हो। बल्कि इससे पहले बॉलीवुड के मशहूर सिंगर सोनू निगम ( Sonu Nigam ) भी इस मुद्दे पर अपनी राय रख चुके हैं। जिसके बाद उन्हें प्रेस कान्फ्रेंस के बीच ही सिर मुंडवाना पड़ा था। साथ ही पश्चिम बंगाल माइनॉरिटी यूनाइटेड काउंसिल के वाइस प्रेसीडेंट सैयद शा कादिरी ने सोनू के खिलाफ फतवा जारी कर कहा था कि जो सोनू निगम को गंजा करेगा और जूते की माला डालेगा उस शख्स को 10 लाख की धनराशि दी जाएगी।