‘मैं अपने दूध को ऐसे बर्बाद नहीं होने दूंगी’
द बेटर इंडिया से बातचीत में निधि ने बताया कि मेरे बच्चे की परवरिश के बाद मुझे अहसास हुआ कि मुझमें अभी भी बहुत सारा दूध बचा हुआ है। मैंने इंटरेट पर पढ़ा कि ब्रेस्ट मिल्क 3-4 महीने तक सुरक्षित रहता है अगर इसे सही तरीके से रेफ्रिजरेटर में स्टोर किया जाए। इंटरनेट पर यह भी मालूम चला कि इस दूध से फेस पैक बनते हैं। कुछ दोस्तों ने बताया कि इससे लोग अपने बच्चों को नहलाते हैं और पैरों को स्क्रब करने के लिए भी यह इस्तेमाल होता है। मेरा मानना है कि ये दूध की निर्दयी बर्बादी है और मैं अपने दूध को ऐसे बर्बाद नहीं होने दूंगी। मैंने मिल्क डोनेशन के बारे में रिसर्च की।
‘मिल्क डोनेट करना चाहिए’
उन्होंने आगे बताया कि मैंने बांद्रा के वीमैन हॉस्पिटल में एक महिला चिकित्सक को सम्पर्क किया। उन्होंने मुझे सुझाव दिया कि मुझे सूर्या हॉस्पिटल को मिल्क डोनेट करना चाहिए। उस समय तक मैंने 150 मिलिलीटर के 20 पैकेट फ्रिज में इकट्ठे कर लिए थे। लेकिन लॉकडाउन के दौरान इसे डोनेट करने को लेकर थोड़ी परेशानी थी। हालांकि अस्पताल ने बहुत सहयोग किया। अस्पताल के मुताबिक, यहां 2019 से ब्रेस्ट मिल्क बैंक संचालित किया जा रहा है।
‘सांड की आंख’ मूवी का किया निर्माण
उन्होंने बताया, ‘पहली डोनेशन के बाद से मैंने घर पर अपना दूध इकट्ठा करना शुरू किया और हर 15 से 20 दिन में अस्पताल को दान कर देती हूं।’ लॉकडाउन में निधि की मदद से हॉस्पिटल को अपना मिल्क बैंक फिर से शुरू करने में मदद मिली। निधि ने तापसी पन्नू और भूमि पेडनेकर स्टारर ‘सांड की आंख’ मूवी प्रोड्यूस की है। 41 साल की निधि ने इसी साल फरवरी में बेटे को जन्म दिया। उन्होंने मार्च से मई तक ब्रेस्ट मिल्क एकत्रित किया है। अब तक वह 42 लीटर के करीब मिल्क डोनेट कर चुकी हैं।