शमास सिद्दीकी (Shamas Nawab Siddiqui Tweet) ने अपने ट्वीट में लिखा, “कैसे कोई कानून को गुमराह कर सकता है और एक ही केस को लेकर अलग-अलग बयान दर्ज करा सकता है। दो साल पहले कोर्ट में दिए गए स्टेटमेंट में नवाजुद्दीन सिद्दीकी का नाम नहीं था और यह केस पहले से ही उत्तराखंड में चल रहा है।” इसके बाद उन्होंने एक ट्वीट करते हुए लिखा, “इस झूठी खबर को मीडिया में फैलाने वाले व्यक्ति के इरादों का साफ पता चलता है। सच जल्द ही सबके सामने आएगा।”
आपको बता दें कि Nawazuddin Siddiqui की भतीजी ने उनके भाई पर गलत तरीके से टच करने का आरोप लगाया था। नवाजुद्दीन सिद्दीकी (Nawazuddin Siddiqui) की भतीजी (Nawazuddin Siddiqui Niece) ने ई टाइम्स से इस मामले पर बात करते हुए कहा, मैंने अपने अंकल के खिलाफ यौन उत्पीड़न की शिकायत (Nawazuddin Siddiqui Niece Files Complaint) की है। उस वक्त मेरी उम्र 9 साल की थी। जब मैं दो साल की थी, तभी मेरे माता-पिता का तलाक हो गया था। उसके बाद मैं अपनी सौतेली मां के साथ रहने लगी। उसके बाद मुझे काफी टॉर्चर किया गया। उस वक्त बच्ची थी तो समझ नहीं पाई लेकिन जब बड़ी हुई तो एहसास हुआ कि मेरे चाचा का मुझे टच करने का तरीका काफी गलत था। उसके बाद उन्होंने बताया कि उनके साथ हिंसा भी हुई है।