यासीर उस्मान ने अपनी किताब में एक जगह लिखा था कि जेल में बंद जब संजय दत्त के पास सुनील दत्त पहुंचे तो उन्होंने अपने पिता से कहा कि उनके रगों में मुस्लिम खून है। दरअसल, मुंबई बम धमाकों में नाम आने के बाद संजय दत्त को गिरफ्तार कर लिया गया था। हालांकि, उनके पिता सुनील दत्त को इस पर यकीन नहीं हो पाया कि उनका बेटा इस तरह का काम कर सकता है।
जब सुनील दत्त अपने बेटे संजय दत्त से मिलने के लिए पुलिस हेडक्वार्टर गए तो संजय दत्त पिता के गले लगकर रोने लगे। सुनील दत्त बेटे के मुंह से सुनना चाहते थे कि उनका बेटे ने कुछ नहीं किया है और मीडिया में जो कुछ दिखाई दे रहा है कि वो गलत है। लेकिन संजय दत्त ने स्वीकार किया कि उनके पास एक असॉल्ट राइफल और कुछ गोला-बारूद है, जो उन्हें अनीस इब्राहिम ने दिया था। बेटे के मुंह से ये बात सुनते ही सुनील दत्त सन्न रह जाते हैं। इसके बाद वो जानने की कोशिश करते हैं कि आखिर उन्होंने ऐसा क्यों किया? इस पर संजय दत्त कहते हैं, ‘क्योंकि मेरी रगों में मुसलमान का खून है। मैं वो सब बर्दाश्त नहीं कर सकता जो शहर में हुआ था। (ये बम धमाका मुंबई में बाबरी मस्जिद विवाद में मुसलामानों की जान का बदला लेने के लिए किया गया था, संजय उसी का जिक्र कर रहे थे)’। ये सुनते ही सुनील दत्त टूट जाते हैं और बिना कुछ बोले वहां से चले जाते हैं।
हालांकि, यासीर उस्मान की इस किताब पर काफी विवाद हो चुका है। संजय दत्त ने किताब में लिखे गए तथ्यों पर सवाल उठाए थे। उन्होंने कहा था कि किताब में लिखी बातें मनगढ़ंत हैं। ये मेरी ऑफिशियल बायोग्राफी नहीं है। संजय दत्त ने किताब के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की बात भी कही थी।