कम उम्र में की शादी
बता दें कि मौसमी चटर्जी ने कम उम्र में ही प्रोड्यूसर जयंत मुखर्जी से कर ली थी। वे 18 साल की उम्र ही मां बन गई थीं। कम उम्र में शादी करने के बाद भी मौसमी ने कई फिल्मों में लीड किरदार निभाए। ऐसा करके उन्होंने उन सभी का भ्रम तोड़ दिया था, जो ये सोचते थे कि शादी के बाद अभिनेत्री का कॅरियर खत्म हो जाता है। महिलाएं शादी के बाद कभी सफल नहीं हो सकतीं।
इंदिरा चटर्जी है असली नाम
बता दें कि मौसमी चटर्जी का असली नाम इंदिरा चटर्जी है और बंगाली फिल्म के डायरेक्टर तरुण मजूमदार से उनका नाम बदलकर मौसमी रख दिया था। वे बहुत की कम उम्र में फिल्मों में आ गई थीं। उन्होंने 16 साल की उम्र में पहली बंगला फिल्म ‘बालिका बधू’ में काम किया और फिल्म सुपरहिट साबित हुई थी। उन्होंने बॉलीवुड फिल्म ‘अनुराग’ से 1972 में डेब्यू किया।
गिरने पर शुरू हो गई थीं ब्लीडिंग
मौसमी चटर्जी ने खुद एक इंटरव्यू में बताया, ‘जब वर्ष 1974 में वे फिल्म ‘रोटी कपड़ा और मकान’ की शूटिंग कर रही थीं तो उनके गिरने से उन्हें ब्लीडिंग शुरू हो गई थी। दरअसल, इस फिल्म में मैंने एक रेप सवाईवर तुलसी का किरदार निभाया था। उस समय शूटिंग के दौरान मेेरे पर ढेर सारा आटा गिराया गया था और अपनी हालात देखकर घबरा गई थीं। क्योंकि उस वक्त मैं प्रेग्नेंट थीं और नीचे गिरने से मुझे ब्लीडिंग शुरू हो गई थी। इसके तुरंत अस्पताल ले जाया गया और गनीमत ये रही कि मैंने बच्चे को नहीं खोया।’