उमर मुकरी ने बॉम्बे टॉकीज में बतौर असिस्टेंट डायरेक्टर अपने करियर की शुरूआत की थी। आज के दिन इंडस्ट्री के लोग उमर मुकरी को भावुक श्रद्धांजलि दे रहे हैं। मोहम्मद उमर मुकरी का जन्म 5 जनवरी, 1922 को अलीबाग में हुआ था। बताया जाता है कि इंडस्ट्री में आने और अभिनय करने से पहले मुकरी काजी के तौर पर काम किया करते थे। वो मदरसे में बच्चों को तालिम दिया करते थे। उसी दौर के ट्रेजेडी किंग कहे जाने वाले यूसुफ खान उर्फ दिलीप कुमार (Dilip Kumar) के साथ उन्होंने कई फिल्मों में किया।
इतना ही कहा जाता है कि उनकी दिलीप कुमार और निम्मी और उनके पति अली रजा, महमूद साहब, सुनील दत्त और नरगिस जैसे कई बड़े स्टार्स के साथ काफी अच्छी और गहरी दोस्ती भी साझा किया करते थे। कहा जाता है कि नरगिस दत्त, मोहम्मद उमर मुकरी को अपना भाई माना करती थीं। इतना ही नहीं बताया जाता है कि अपने आखिरी दम तक नरगिस उनके परिवार के हर सुख-दुख में शामिल रहीं। मुकरी को उनके सबसे फेमस किरदार ‘नत्थुलाल’ से काफी पहचान मिली और आज भी उन्हें इसी किरदार के लिए याद किया जाता है।
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इतना ही कहा जाता है कि उनकी दिलीप कुमार और निम्मी और उनके पति अली रजा, महमूद साहब, सुनील दत्त और नरगिस जैसे कई बड़े स्टार्स के साथ काफी अच्छी और गहरी दोस्ती भी साझा किया करते थे। कहा जाता है कि नरगिस दत्त, मोहम्मद उमर मुकरी को अपना भाई माना करती थीं। इतना ही नहीं बताया जाता है कि अपने आखिरी दम तक नरगिस उनके परिवार के हर सुख-दुख में शामिल रहीं। मुकरी को उनके सबसे फेमस किरदार ‘नत्थुलाल’ से काफी पहचान मिली और आज भी उन्हें इसी किरदार के लिए याद किया जाता है।
उनका एक डायलॉग था जो काफी फेमस हुआ था और इस डायलॉग को अमिताभ बच्चन में कई बार बोलते नजर आते हैं, जो है ‘मूंछें हों तो नत्थुलाल जैसी हों वरना न हों’ ये उन्हीं का था, जिसको बिग बी ने लोगों को हंसाने के लिए मुकरी से ही सीखा था। बताया जाता है कि असल जिदंगी में मुकरी को अंग्रेजी बोलनी नहीं आती थी, लेकिन स्क्रीन पर उन्हें कई बार कॉन्फिडेंस के साथ इंग्लिश बोलते देखा गया था। आज भले ही ये सितारा हमारे बीच नहीं है, लेकिन अपनी अदाकारी से हमेशा इंडस्ट्री में और लोगों के दिलों जिंदा रहेंगे।
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