19 साल के लड़के ने की बॉक्स ऑफिस को हिला देने वाली KGF की एडिटिंग पर्दे के पीछे के इस हीरो ने अपने काम के बल पर फिल्म के डायरेक्टर प्रशांत नील का दिल जीत लिया है। 19 साल के उज्जवल ने अपनी कड़ी मेहनत से इस फिल्म के हर एक सीन के देखने लायक बनाया है। मतलब उज्जवल इस फिल्म के मुख्य एडिटर है। फिल्म देखने के बाद 19 वर्षीय उज्ज्वल कुलकर्णी द्वारा किए गए एडिटिंग के काम की हर कोई सराहना कर रहा है। बता दें कि ये उज्जवल की पहली फुल लेंथ फिल्म है। जिसकी उन्होंने एडिटिंग की है।
उन्होंने इससे पहले कभी किसी फीचर-लेंथ फिल्म एडिटिंग नहीं की है। लेकिन उज्जवल को इस फिल्म की एडिटिंग की जिम्मा सौंपे जाने के पीछे एक बेहद ही दिलचस्प कहानी है। दरअसल उज्जवल इससे पहले यूट्यूब के लिए शॉर्ट फिल्म और फैन मेड फिल्मों की एडिटिंग करते थे। उनके पिछले शानदार काम ने प्रशांत नील को इंम्प्रेस किया। जिसके बाद नील ने मेगा-बजट फिल्म को एडिट करने की जिम्मेदारी उज्जवल को सौंप दी।
उज्जवल के बनाए ट्रेलर के फैन हो गए थे प्रशांत नील मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मुताबिक जब प्रशांत नील ने अपनी इस फिल्म की पूरी शाटिंग कर ली तो, उज्जवल ने इस फिल्म का एक ट्रेलर बनाया और प्रशांत को दिखाया। प्रशांत ट्रेलर से इतने प्रभावित हुए कि उन्होंने उन्हें पूरी फिल्म एडिट करने के लिए कह दिया। जोकि उज्जवल के कैरियर के लिए एक बड़ा ब्रेक था। उज्जवल ने फिर एक बार अपनी एडिटिंग का कमाल दिखाया और हर सीन में जान फूंक दी।
उज्ज्वल ने दी सीनियर एडिटर्स को टक्करभारतीय सिनेमा में ऐसा पहली बार हुआ है, जब बड़े बजट की फिल्म की एडिटिंग किसी तुर्रमखां एडिटर ने नहीं की। बल्कि किसी युवा को यह काम सौंपा गया। इससे पहले सिनमाघरों में बिग बजट फिल्में ‘आरआरआर’, ‘पुष्पा द राइज’, ‘राधे श्याम’ रिलीज हुईं, जिसमें सीनियर एडिटर की टीम को शामिल किया गया था, लेकिन उज्ज्वल ने अपने काम से सबको टक्कर दी।
फिल्म ‘आरआरआर’ की एडिटिंग का काम ए श्रीकर प्रसाद ने किया था, जो बेस्ट एडिटिंग के नेशनल अवॉर्ड से सम्मानित हैं। वहीं ‘पुष्पा द राइज’ की एडिटिंग कार्तिका श्रीनिवास और एंटनी एल रूबेना की टीम ने की। इसी तरह ‘राधे श्याम’ की एडिटिंग का काम कोटागिरी वेंकटेश्वर राव द्वारा किया गया, जो नंदी अवॉर्ड और विजय अवॉर्ड से सम्मानित हो चुके हैं।