दरअसल शर्मिला टैगोर ने फिल्मी जगत में काफी अच्छी खासी पहचान बना ली थी। उन्होंने एक से बढ़कर एक हिट फिल्में दी हैं। हर कोई उनकी अदाकारी का दीवाना था। वहीं दूसरी तरफ खेल जगत में नवाब पटौदी का सिक्का भी चल रहा था। उन्होंने कई मौकों पर भारतीय टीम को जीत दिलाई थी। दोनों में वो पटौदी साहब ही थे जो शर्मिला टैगोर को इंप्रेस करने में लगे रहते थे। वहीं दूसरी ओर शर्मिला टैगोर उन्हें जरा भी भाव नहीं देती थी। उस जमाने में जब लोग बेशकीमती समान देखने के लिए तरसते थे, पटौदी शर्मिला टैगोर को वो सारें समान तोहफों के रूप में दिया करते थे।
एक बार की बात है कि पटौदी ने शर्मिला को इम्प्रेस करने के लिए उनके घर पर 7-7 रेफ्रिजरेटर तक भेज दिए थे। बताया जाता है कि जब कभी शर्मिला क्रिकेट के मैदान में खेल का लुत्फ उठाने के लिए स्टेडियम जाती थीं, तो पटौदी साहब सिक्सर मारकर मारकर उन्हें इंप्रेस करने की कोशिश किया करते थे।
यह भी पढ़ेंः फैमिली प्लानिंग पर प्रियंका चोपड़ा का आया जवाब, बोली भगवान की कृपा से…. कुछ ऐसा ही हुआ शर्मिला टैगोर के साथ भी। आखिरकार, काफी कश्मकश के बाद एक वक्त ऐसा भी आया, जब शर्मिला टैगोर भी उनके प्यार में आ गईं औऱ लाख मशक्कत और तकलीफों के बाद दोनों ने एक दूसरे से शादी करने का फैसला कर लिया।
यह भी पढ़ेंः कैसे पर्दे पर रोमांस के डायरेक्ट संजय लीला भंसाली की अधूरी रह गई लव स्टोरी उस वक्त लोगों का मुंह हमेशा के लिए बंद हो गया, जब शर्मिला टैगोर और पटौदी 27 दिसंबर 1969 को हमेशा के लिए एक-दूजे के हो गए।