भीष्म साहनी की किताब ‘बलराज माई ब्रदर’ के अनुसार, गांधी सिर्फ अभिनेता बलराज साहनी के करीब थे। बलराज इंडियन पीपल थियेटर के सदस्य थे। उन्होंने नई तालीम नाम के अखबार में एडिटोरियल स्टाफ के तौर पर जॉइन किया था। उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री जॉइन करने से पहले गांधी के सेवाग्राम आश्रम में अपना जीवन बिताया है। इसलिए गांधी और बलराज साहनी की कई बार मुलाकात हुई थी। इसके अलावा साल 1931 में गांधी मशहूर इंटरनेशनल एक्टर चार्ली चैपलिन से भी मिल चुके हैं। बताया जाता है कि गांधी ने फिल्मी सितारों से दूरी ही बनाए रखी क्योंकि उस दौर में गांधी भी सिनेमा के कॉन्सेप्ट को स्वीकार नहीं करते थे।