शिवसेना नेता संजय राउत ने एक इंटव्यू में यह भी कहा था कि “यदि कंगना में हिम्मत है तो वह अहमदाबाद के बारें में भी यह बोल कर दिखाए।” दरअसल, शनिवार को एक्ट्रेस कंगना रनौत ने एक ट्वीट किया था। जिसमें उन्होंने कहा था कि ‘2008 में इंडस्ट्री के मूवी माफिया ने उन्हें साइको घोषित कर दिया था। वहीं 2016 में लोगों ने उन्हें चुड़ैल कह डाला और अब साल 2020 में महाराष्ट्र के मंत्री ने कंगना के लिए आपत्तिजनक शब्द का प्रयोग किया था।’ कंगना ने अपने ट्वीट में यह भी लिखा था कि ‘यह सभी लोग उनके साथ ऐसा इसलिए कर रहे हैं कि क्योंकि उन्होंने सुशांत की मौत के बाद यह कहा था कि वह मुंबई में सेफ महसूस नहीं करती हैं।’
आपको बता दें यह सारा विवाद तब शुरू हुआ। जब कंगना ने मुंबई की तुलना पीओके से करते हुए एक ट्वीट किया था। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखते हुए मुंबई की तुलना पाकिस्तान के कब्जे वाले अधिकृति कश्मीर से कर डाली थी। उन्होंने अपने ट्वीट में मुंबई पुलिस की सुरक्षा पर भी कई सवाल उठाए थे। जिसके बाद कांग्रेस और शिवसेना ने अभिनेत्री को गिरफ्तार करने के लिए मांग करते हुए उनके खिलाफ सख्त कार्रवाही करने की बात कही थी। वहीं दूसरी ओर भाजपा ने इस बयान से खुद को साइड कर लिया था।