पिता को पसंद नहीं था फिल्मों में गाना
पांच वर्ष की उम्र में लता ने अपने पिता के साथ नाटकों मे अभिनय करना शुरू कर दिया। इसके साथ ही लता संगीत की शिक्षा अपने पिता से लेने लगीं। लता ने वर्ष 1942 में ‘किटी हसाल’ के लिए अपना पहला गाना गाया। लेकिन उनके पिता दीनानाथ मंगेश्कर को लता का फिल्मों के लिए गाना पसंद नही आया। इसलिए उन्होंने उस फिल्म से लता के गाये गीत को हटवा दिया।
बाथरूम में रिकॉर्ड किया था सॉन्ग
नूरजहां ने लता को नौशाद से मिलवाया था। नौशाद को उनकी आवाज काफी पसंद आई। बाद में उन्होंने लता को अपनी फिल्म ‘रतन’ में गाने का मौका दिया। इसके बाद नौशाद ने फिल्म ‘मुगले आजम’ में उनसे ‘जब प्यार किया तो डरना क्या’ गाना गवाया। इस गाने में इको साउंड चाहिए था। कई बार गाना रिकॉर्ड किया गया लेकिन उसमें इको नहीं नही आ रहा था। उस वक्त लेटेस्ट मशीनें भी नहीं हुआ करती थीं। इको के लिए स्टूडियो के बाथरूम में वह गाना रिकॉर्ड किया गया। तब जाकर गाने में इको आया। यह गाना सुपरहिट हुआ।