‘डर’ की स्टोरी उन्हें बेहद पसंद थी इस बात का खुलास खुद आमिर खान ने आईटीएमबी के एक शो में किया था। उन्होंने बताया था कि उन्हें फिल्म ‘डर’ की स्टोरी उन्हें बेहद पसंद थी। जो नेगेटिव रोल उन्हें ऑफर किया गया था, वो भी बेहद पसंद था। इसके अलावा यश चोपड़ा बहुत बड़े डायरेक्टर हैं तो उनके साथ काम करने में भी कोई दिक्कत नहीं थी। इन सबके बावजूद आमिर खान ने ‘डर’ इसलिए छोड़ दी क्योंकि डायरेक्टर ने उनकी एक शर्त नहीं मानी।
साथ में बैठाकर फिल्म की स्टोरी सुनाएं यश चोपड़ा की उस शर्त के बारे में आमिर खान ने बताया था कि ‘मेरी एक पॉलिसी है, जब भी मैं वैसी फिल्म करता हूं, जिसमें दो या दो से ज्यादा हीरो होते हैं तो मैं डायरेक्टर से अनुरोध करता हूं कि वो हम लोगों को साथ में बैठाकर फिल्म की स्टोरी सुनाएं। ‘अंदाज अपना अपना’ फिल्म के डायरेक्टर ने भी मुझे और सलमान खान को एक साथ बैठाकर स्टोरी सुनाई थी। ये पॉलिसी वो इसलिए अपनाते हैं ताकि एक बार जब फिल्म की शूटिंग शुरु हो जाए तो कोई प्रोब्लम ना हो, लेकिन यश चोपड़ा ने आमिर की यह शर्त नहीं मानी और वो फिल्म से बाहर हो गये।
जूही को कास्ट करने की सलाह दी थी कहा जाता है कि आमिर ने ही इस फिल्म में दिव्या भारती की जगह हिरोइन के रूप में जूही चावला को कास्ट करने की सलाह डायरेक्टर को दी थी, जिसे मान भी लिया गया था। आमिर खान के छोड़ देने के बाद डायरेक्टर यश चोपड़ा ने इस फिल्म में एक नये कलाकार को लिया और उस कलाकार का नाम था ‘शाहरुख खान।’
बता दें कि फिल्म ‘डर’ शाहरुख की पहली फिल्म थी, जिसमें वो नेगेटिव रोल निभा रहे थे और इस फिल्म से ‘किरण’ बोलने का उनका स्टाइल और नेगेटिव रोल काफी फेमस हुआ। फिल्म ‘डर’ ने शाहरुख को विलेन से हीरो बना दिया।