लेकिन क्या आपको पता है इसी उदाहरण में निर्देशक रोहित शेट्टी (Director Rohit Shetty) का भी नाम शामिल हैं, रोहित भी अपनी जिंदगी में काफी स्ट्रगल कर चुके हैं। इस दौरान रोहित ने अभिनेत्री तब्बू की साड़ियां प्रेस की। कई फिल्मों में काजोल के मेकअप को टचअप कराने और उनके स्पॉटबॉय का काम भी किया।
दरअसल जब रोहित छोटे थे तभी उनके पिता मधु शेट्टी का निधन हो गया था। जिसके बाद उनके परिवार में रोहित के साथ तीन बहने और मां थी। पिता के निधन के बाद रोहित की मां ने जूनियर आर्टिस्ट के तौर पर काम किया। स्थिति खराब होने के कारण रोहित का घर बिक गया, जिसके वजह से सबको नानी के घर रहना पड़ा।
0th क्लास तक आते-आते रोहित को काम करने की जरुरत पड़ने लगी थी। रोहित की बहन चंदा निर्देशक राहुल रवैल के साथ सहायक निर्देशक के तौर पर काम करती थीं। बहन के कहने पर निर्देशक कुक्कू कोहली ने सिर्फ आने जाने के खर्चे पर रोहित को काम दिया। इस तरह रोहित ने महज हर दिन 37 रुपये से काम करना शुरू किया। इन पैसो को बचाने के लिए रोहित मलाड से अंधेरी के नटराज स्टूडियों पैदल आना जाना करते थे।
धीरे-धीरे रोहित शेट्टी को अक्षय कुमार और अजय देवगन की फिल्म ‘सुहाग’ में सहायक निर्देशक का काम मिला। फिर फिल्म ‘हकीकत’, ‘प्यार तो होना ही था’, ‘हिन्दुस्तान की कसम’ और ‘राजू चाचा’ इन फिल्मों के लिए भी रोहित ने सहायक निर्देशक के तौर पर काम किया।
इन फिल्मों के दौरान रोहित को अजय देवगन का साथ भी मिला। चूंकि अजय देवगन के पिता वीरू देवगन और रोहित के पिता मधु शेट्टी एक दूसरे को पहले से जानते थे, इसीलिए रोहित और अजय की भी अच्छी दोस्ती हो गई। रोहित , अजय देवगन को अपने बड़े भाई का दर्जा देते थे और उनके साथ कई फिल्मों में काम भी कर चुके थे।
एक इंटरव्यू के दौरान रोहित ने बताया था कि उन्होंने साल 1995 में आयी फिल्म ‘हकीकत’ की अभिनेत्री तब्बू की साड़ियों को प्रेस करने का काम भी किया है और इतना ही नहीं वो अभिनेत्री काजोल के स्पॉटबॉय भी रह चुके है। बाद में रोहित ने इन्हीं अभिनेत्रियों के साथ फिल्में बनाई।
रोहित ने शो के दौरान बताया है कि- ‘वो दूसरे काम करने वाले लोगों की बहुत इज्जत करते हैं। रोहित का मानना है कि जब आप अच्छे लेवल पर पहुंच जाते हो, तब भी आपको सबकी इज्जत करनी चाहिए और यही बात एक इंसान को अच्छा इंसान बनाता है।
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