बताया जाता है कि केदार शर्मा जिसके काम से खुश होते थे तो उसे पीतल की दुअन्नी और चवन्नी का ईनाम देते थे। राजकपूर से लेकर दिलीप कुमार, गीता बाली और नरगिस को यह सिक्के नसीब हुए थे। वहीं उन्हें जब गुस्सा आता था तो वह एक्टर्स को थप्पड़ तक जड़ दिया करते थे। हालांकि जिसे भी निर्देशक की दोनों चीजों में कोई भी चीज मिली वह इंडस्ट्री में बुंलिदियों पर पहुंच गया।
केदार शर्मा को ‘विद्यापति’,’बड़ी दीदी’ ,’इंकलाब’ और ‘पुजारिन’ जैसी फेमस फिल्मों के लिए याद किया जाता है। साथ ही केदार शर्मा ने बच्चों के लिए भी कई फिल्में बनाई है जिसमें ‘जयदीप’, ‘गंगा की लहरें’, ‘गुलाब का फूल’ जैसी फिल्में शुमार है। लंबे समय तक अपनी फिल्मों से दर्शकों के दिलों पर राज करने वाले केदार शर्मा ने आज के ही दिन यानी की 29 अप्रेल 1999 को दुनिया से रुखसत ले लिया था।