हमेशा से खुद पर भरोसा था
कार्तिक आर्यन ने फिल्मों में आने से पहले के दिनों का जिक्र करते हुए बताया कि उनका जन्म ग्वालियर के एक छोटे से शहर में हुआ था। कार्तिक के माता-पिता मेडिकल लाइन से जुड़े थे और वो खुद इंजीनियरिंग करने जा रहे थे। इसी दौरान जब वह नौवीं कक्षा में थे। उस समय उन्होंने शाहरुख खान की फिल्म ‘बाजीगर’ देखी। वह हमेशा से जानते थे कि ऑन स्क्रीन अच्छा कर सकते हैं। इसी कारण उन्होंने ग्वालियर में 12वीं तक पढ़ाई की और इसके बाद किस्मत से उन्हें नवी मुंबई में इंजीनियरिंग कॉलेज मिल गया।
6 घंटे सफर कर ऑडिशन देने जाते थे स्टार
एक्टर ने आगे बताया कि मुंबई में वह हॉस्टल में रहा करते थे और वहीं से ऑडिशन के लिए जाया करते थे। 6-6 घंटे सफर करने के बाद भी कई बार उन्हें स्टूडियो के गेट से ही वापस भेज दिया जाता था। हालांकि इससे उनकी उम्मीदें खत्म नहीं हुई। इसके बाद उन्हें छोटे-छोटे विज्ञापन मिलने लगे। इसी बीच एक बार उन्होंने फिल्म ऑडिशन का विज्ञापन देखा और वहां चले गए। इस तरह उन्हें अपनी पहली फिल्म मिली। ‘सोनू के टीटू की स्वीटी’ के बाद स्टार रातों- रात हिट हो गए।