उनसे पूछा गया कि ‘वे इस निगेटिविटी से कैसे डील करते हैं?’। इस सवाल का जवाब देते हुए करण जौहर कहते हैं कि ‘इससे बचने के लिए उनको थेरपी लेनी पड़ी’। करण ने सवाल का जवाब देते हुए बताया कि ‘इतने सालों में मैंने अपनी चमड़ी मोटी कर ली है। सच कहूं तो लोग मेरे बारे में क्या सोचते हैं। इससे मुझे इन सबसे फर्क नहीं पड़ता। लोग मेरे बच्चों तक को गाली देने लगते हैं’।
सरेआम पार्क में डांस करते हुए Nora Fatehi के साथ हुआ ‘ Oops Moment’!
निर्माता आगे बताते हैं कि ‘तब मुझे लगता है कि उन्हें इन सबसे दूर रखो। मेरे, मेरी सेक्शुऐलिटी के बारे में जो भी कहना है कहते रहो’। करण इस बारे में बात करते हुए बताया कि ‘ऐसा नहीं है कि मेरे साथ इशूज नहीं रहे या मुझे थेरपी नहीं लेनी पड़ी। 5 साल पहले मुझे एंग्जाइटी इशू था और उस वक्त मैं खुलकर सामने आया था, जब मैंने अपने डॉक्टर से बात की, वह साइकोलॉजिस्ट थी’।
करण ने आगे बताया कि ‘उनकी डॉक्टर ने कहा कि भले तुमको लगता है कि तुम मोटी चमड़ी वाले हो और फर्क नहीं पड़ता लेकिन ये चीजें आप अंदर ही अंदर दबा रहे हो जो कभी-कभी बाहर आ जाती हैं। डॉक्टर ने कहा कि ऐसा नहीं करना चाहिए। करण ने बताया कि तब उन्होंने इस बारे में लोगों से बात करना शुरू किया’।
बता दें कि करण ने बात करते हुए आखिर में बताया कि ‘वे अब बेहतर महसूस करते हैं’। करण ने बताया कि ‘अच्छा फील करने की वजह यह है कि उन्होंने अपने करीबियों से बात करना शुरू कर दिया। वे इस बारे में ज्यादा से ज्यादा बात करते हैं लेकिन कभी-कभी इससे भी दिक्कत होती है’।
बता दें कि इन दिनों वो अपनी अपकमिंग फिल्म ‘रॉकी और रानी की प्रेम कहानी’ को लेकर बिजी चल रहे हैं। करण के निर्देशन में बनी इस फिल्म में रणवीर सिंह (Ranveer Singh) और आलिया भट्ट (Alia Bhatt) एक साथ नजर आने वाले हैं। ये पहला मौका होगा जब दोनों एक साथ बड़े पर्दे पर रोमांस करते नजर आएंगे।