उन्होंने कहा कि ‘बॉलीवुड (nepotism in bollywood) में नेपोटिज्म की पोल खुल गई है, वहां अवॉर्ड शो केवल एक दूसरे की पीठ थपथपाने के लिए किया जाने वाला बड़ा घोटाला है।‘ कंगना ने बिना किसी आधार के नामांकन और चयन के बारे में चर्चा की। उन्होंने स्वीकार किया कि ‘हैप्पी न्यू ईयर’ के लिए अवार्ड्स मिलने पर दीपिका(Deepika Padukone) ने यह नही स्वीकार था कि यह अवार्ड मुझे मिलना चाहिए था लेकिन आलिया(Alia Bhatt) के पास गली बॉय में 10 मिनट की मुख्य भूमिका के लिए मेन लीड पुरस्कार स्वीकार करने में किसी को कोई शर्म नहीं आई थी। एक उत्साहपूर्ण चर्चा में कंगना ने दावा किया कि महेश भट्ट(mahesh bhatt) उन्गुहोने कभी अपना गुरु नहीं माना। और फिल्म में जगह महेश भट्टा की बजाय अनुराग बसु ने उन्हें ढूंढा।
फिल्म मीडिया में किसी एक्ट्रेस की पसंद फिल्म की कहानी पर निर्भर करती है। मुझे पैसों की लालच होती है तो आज मै सलमान खाम आमिरखान जैसे एक्टर के साथ खड़े मिलती। र इनके साथ खड़े रहने पर मुझे दुश्मन से ज्यादा दोस्त मिलते। और ना ही मुझे बजेन्द्र जैसे लोग चुडैल, एक सेक्स एडिक्ट और एक ड्रग एडिक्ट कहने की दम रखते। मुझे आटसाइडर होने के चलते कई निर्माताओं के घटिया शब्दो को सुनकर होकर गुजरना पड़ा लोगों ने मुझे बहुत काटने की कोशिश भी की।
फिल्म इडंस्ट्री में जब तक महेश भट्ट और करण जौहर जैसे लोग रहेंगे सुशांत जैसे अत्याचार होते रहेगें इसलिए इन दोनों के खिलाफ पुलिस में शिकायतें दर्ज होनी चाहिए। संजय लीला भंसाली ने सुशांत सिंह राजपूत का पीछा दो फिल्मों के लिए पांच साल तक किया, लेकिन YRF ने इसकी अनुमति नहीं दी, कंगना ने सवाल उठाया कि सुशांत को मुआवजा क्यों नहीं दिया गया।