कंगना ने अपने पहले ट्वीट में लिखा, “इस देश में पारसी सही में अल्पसंख्यक हैं। वह देश पर कब्जा करने नहीं आए थे वह तो तलाश में आए थे और उन्होंने बहुत आराम से भारत माता का प्यार मांगा था। उनकी छोटी आबादी ने इस राष्ट्र की सुंदरता-वृद्धि और अर्थव्यवस्था में बहुत योगदान दिया है।”
कंगना ने आगे लिखा, “वह (कमलरुख) मेरे दोस्त की विधवा हैं जिन्हें परिवार द्वारा परेशान किया जा रहा है। मैं प्रधानमंत्री मोदी से पूछना चाहती हूं कि अल्पसंख्यक लोग जो ड्रामा नहीं करते, किसी का सिर कलम नहीं करते, दंगे और धर्म-परिवर्तन नहीं करते, उन्हें हम कैसे सुरक्षित रखें? पारसियों की कम होती संख्या भारत के कैरेक्टर के बारे में बड़ा खुलासा करती है।”
कंगना आगे लिखती हैं, “मां का वो बच्चा जो सबसे ज्यादा ड्रामा करता है उसे अटेंशन और फायदे मिलते हैं। और जो ये सब पाने के लायक है उसे कुछ नहीं मिलता। हमें सोचने की जरूरत है।” कंगना रनौत के ये ट्वीट सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहे हैं। साथ ही लोग उनके ट्वीट पर तरगह-तरह की प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।
बता दें कि वाजिद खान की पत्नी कमलरुख ने अपने पोस्ट में लिखा था, “मेरा नाम कमलरुख है। मैं दिवंगत संगीतकार वाजिद खान की पत्नी हूं। शादी से पहले हम दोनों एक-दूसरे को 10 साल से जानते थे। मैं पारसी हूं और वो मुस्लिम। हमें कॉलेज स्वीटहार्ट्स कहा जाता था। हमने शादी स्पेशल मैरिज एक्ट के अंतर्गत की। मैं इस पर अपना अनुभव बताना चाहती हूं कि किस तरह से मुझे इंटरकास्ट मैरिज करने के बाद धर्म के आधार पर भेदभाव का सामना करना पड़ रहा है। ये बेहद शर्मनाक है।”