आर्किटेक्टस को बीएमसी की तरफ से मिल रहीं धमकियां
कंगना ने मंगलवार रात को ट्वीट कर लिखा,’ मैंने बीएमसी के खिलाफ केस जीत लिया है। अब मैं मुआवजे के लिए आर्किटेक्ट की मदद से केस दर्ज कराना चाहती हूं, कोई भी आर्किटेक्ट मेरा केस लेने को तैयार नहीं है। वे कहते हैं कि उन्हें बीएमसी की तरफ से धमकियां मिल रही हैं। उनका लाइसेंस कैंसिल हो जाएगा। मेरे कार्यालय में गैरकानूनी तोड़फोड़ को हुए छह महीने बीत चुके हैं।’
‘मैं भी तुम्हें चैन से नहीं सोने दूंगी’
एक और ट्वीट में कंगना ने लिखा,’ बीएमसी पूरे देश में सबसे ज्यादा भ्रष्ट निकाय है, देश के लोकतंत्र के लिए कलंक हो। इस गैरकानूनी तोड़फोड़ में शामिल सभी लोगों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज कराने की प्लानिंग कर रही हूं, अगर तुमने मेरा घर फिर से नहीं बनाने दिया, तो मैं भी तुम्हें चैन से नहीं सोने दूंगी।’ उन्होंने एक अन्य ट्वीट में लिखा,’ कोर्ट ने बीएमसी समीक्षक को साइट पर जाकर देखने का आदेश दिया है, लेकिन कई महीनों से वह फोन नहीं उठा रहे हैं और कई बार कोशिश के बाद पिछले सप्ताह देखने आए थे, लेकिन उसके बाद कोई रिस्पांस नहीं आया। यह सभी के लिए है जो ये पूछ रहे हैं कि मैंने अपने घर की मरम्मत क्यों नहीं करवाई। बारिश आने वाली है, मैं भी इस बारे में चिंतित हूं।’
‘जेल भेज दो, मैं नहीं डरने वाली’
एक और ट्वीट में कंगना ने महाराष्ट्र सरकार और बीएमसी पर सवाल उठाते हुए लिखा,’कितने भी जुल्म करलो, मेरा घर तोड़ दो या मुझे जेल भेज दो, मैं नहीं डरने वाली, मुझे सुधारने की कोशिश करने वालों, मैं तुम्हें सुधार कर दम लूंगी। कर लो जितनी कोशिश करनी है मुझे अबला बेवारी बनाने की, मैं बागी ही रहूंगी।’
गौरतलब है कि सोमवार को कंगना एक मीटिंग के लिए अपने बांद्रा ऑफिस गई थीं। इसके बाद उन्होंने ट्वीट किया कि इस यात्रा ने उनके दिल को तोड़ दिया। उन्होंने अपने टूटे हुए ऑफिस की फोटो भी शेयर की थीं। बता दें कि सितंबर, 2020 में बीएमसी ने अवैध निर्माण का हवाला देते हुए, कंगना के बांद्रा स्थित ऑफिस का कुछ हिस्सा तोड़ दिया था। इसके बाद 9 सितंबर को बॉम्बे हाईकोर्ट के स्टे ऑर्डर के बाद यह कार्रवाई रोक दी गई थी।