सरफराज के घर में बचपन से ही एक्टिंग का माहौल होने की वजह से उन्होने भी अपना करियर एक्टिंग में बनाना ज्यादा सही समझा। बता दे कि कादर खान नहीं चाहते थे कि उनका बेटा कभी भी एक्टिंग की दुनिया में आए। उनका सपना था कि उनके बेटे पढ़ाई करें। इसलिए सरफराज ने जब अपनी पढ़ाई पूरी कर ली तो उन्होंने अपने पिता को इस सपने के बारे में बताया, लेकिन उनके पिता ने इसके लिए मना कर दिया।
हालाकि, बचपन से ही सरफराज एक्टिंग की दुनिया को देखेते हुए बड़े हुए थे, लिहाजा उन्होंने बॉलीवुड में डेब्यू कर लिया। बता दे कि बाॅलीवुड की कई फिल्मों में काम किया हैं जैसे की- तेरे नाम, मैंने तुझको दिल दिया, मिलेंगे मिलेंगे, शतरंज, राधे, रमैया वस्तावैया,वांटेड जैसी कई फिल्मों में नजर आ चुके हैं। लेकिन उन्हें कभी भी लीड रोल में नहीं देखा गया। उन्हें सपोर्टिंग एक्टर या नेगेटिव किरदार ही मिला।
बता दे कि अपनी असफलता से एक्टर काफी ज्यादा नाराज हो गए थे। सरफराज भले ही बड़े पर्दे पर हिट न रहे हों लेकिन उन्होंने थियेटर की में खूब नाम कमाया है। सरफराज थियेटर की दुनिया में जाना माना नाम हैं। वह अपनी एक्टिंग एकेडमी भी चलाते हैं, जिसमें वो नए लड़के-लड़कियों को एक्टिंग वर्कशॉप कराते हैं। इसके अलावा वह कई प्रोडक्शन कंपनी भी चलाते हैं।