प्रसिद्ध रंगकर्मी सफदर हाशमी के 31वें शहादत दिवस पर गीतकार जावेद अख्तर ने कहा कि लोगों धर्म के आधार पर बांटा जा रहा है। नारा लगवाया जा रहा है कि गर्व से कहो हम हिंदू हैं। इन चीजों से समस्याओं का समाधान नहीं होता। साथ ही उन्होंने कहा कि ऐसा कानून होना चाहिए, जिसमें धर्म के आधार पर भेदभाव ना हो। शरणार्थी की कोई जात या धर्म नहीं होता।
आदिवासी, दलित और गरीब के पास यदि प्रमाण नहीं है तो सरकार क्या उन्हें भगा देगी। इन लोगों ने सरकार को वोट दिया है। नागरिकता कानून के दायरे में लाकर सरकार कितने लोगों को बाहर निकालेगी। क्या सरकार के पास 10-12 करोड़ की आबादी को डिटेंशन सेंटर में रखने की जगह है।