जावेद अख्तर ऐसे परिवार से ताल्लुक रखते थे जहां का हर एक बंदा शब्दों से खेलना जानता था। जावेद के पिता जान निसार अख्तर हिंदी सिनेमा के गीतकार थे और वही उनकी मां सैफिया अख्तर गायिका-लेखिका थीं। ऐसे में उनकी लेखक बनना तो जैसे पहले से तय था। विरासत में मिले लेखन को जावेद ने अपनी कलम से काफी अच्छा रंग दिया। जावेद को भी बचपन से कविताएं और गीत लिखने का शौक था। हिंदी फिल्म जगत में उन्हें काम पाने के लिए काफी स्ट्रगल करना पड़ा, लेकिन आज वे इस इंडस्ट्री की जानी-मानी शख्सियत है। जावेद अख्तर अपनी निजी जिंदगी को लेकर भी सुर्खियों में रहे।
जावेद अख्तर और हनी ईरानी की पहली मुलाकात फिल्म ‘सीता और गीता’ के सेट पर हुई थी।इस फिल्म में हनी सर्पोटिंग रोल प्ले कर रही थी। इके बाद से ही दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ीं। एक इंटरव्यू में हनी ने कहा था, एक बार ताश खेलते समय मैने ताश का पत्ता निकालने के लिये कहा था तब जावेद ने कहा अगर पत्ता अच्छा निकला तो मैं तुमसे शादी कर लूंगा। खुशकिस्मती से पत्ता अच्छा निकला। जावेद ने हनी से कहा चलो शादी कर लेते हैं। हनी उस वक्त सिर्फ 17 साल की थी और उनसे 10 साल बड़े थे। उस समय जावेद के पास ना तो कोई अपना घर था। और ना ही ज्यादा काम। इसके बाद उन्होनें अपने दोस्त सलीम खान से मदद मांगी और हनी की मां को शादी के लिये राजी करने के लिए कहा। जब सलीम ने हनी की मां से बात की तो उन्होंने कहा,’ ठीक है दोनों को शादी करने दो, जब हनी को ठोकर लगेगी तो खुद घर लौट आयेगी।’ इसके कुछ महीनों बाद ही जावेद ने हनी से शादी कर ली और दोनों हनी की बहन के घर पर एक कमरे में रहने लगे। दोनों की शादीशुदा जिंदगी काफी अच्छी तरीके से बीत रही थी लेकिन उनकी जिंदगी में एक्ट्रेस शबाना आजमी एक तूफान बनकर आ गई।
शबाना आजमी के दीवाने हो गए जावेद
1970 में जावेद का दिल फेमस एक्ट्रेस शबाना आजमी पर आ गया।शबाना भी जावेद अख्तर से प्यार कर बैठीं। जबकि शबाना इस बात को जानती थीं कि वे पहले से शादीशुदा हैं और उनके दो बच्चे भी थे। अब दोनों एक दूसरे से शादी करने का फैसला कर चुके थे.। परिवार के मना करने के बाद भी शबाना ने अपने परिवार के खिलाफ जाकर शादी करने का फैसला किया। और इसके लिये जावेद ने अपनी पहली पत्नि को तलाक दे दिया। 6 साल के अफेयर के बाद जावेद और शबाना ने साल 1984 में शादी कर ली।