इरफान खान ने कैसर जैसी खतरनाक बीमारी की लंबी जगं लड़ी और लड़ते ही गए। उस दौरान उनकी पत्नि उनके साथ हमेशा छाया के समान उनका साथ देती रही। लेकिन इस बीमारी की लंबी लड़ाई लड़ते हुए बुधवार सुबह में मुंबई के कोकिलाबेन अस्पताल अंतिम सांस लेते हुए उन्होनें दुनिया को अलविदा कह दिया।
हालांकि तबीयत ठीक होने के बाद इरफान ने फिल्म अंग्रेजी मीडियम की। इस फिल्म के रिलीज के दौरान उन्होंने एक इंटरव्यू में अपनी बीमारी को लेकर बात की थी।
जिसमें इरफान ने कहा था, “मेरे लिए ये जो दौर था वो रोलर कोस्टर राइड जैसा था। हम थोड़ा रोए, लेकिन बहुत हंसे भी। मुझे बहुत बेचैनी होती थी, लेकिन मैंने उसे बाद में कंट्रोल कर लिया था”।
उन्होंने कहा था, “इस बीच जो सबसे अच्छी बात हुई वो कि मै इतने दिनों तक अपने परिवार के बीच रहा। मैंने उनकी हर खुशियों को पास से देखा। अपनी पत्नी सुतापा को लेकर तो मैं क्या ही कहूं। वह 24 घंटे मेरे साथ रहती हैं। हमेशा मेरा ध्यान रखतीं। अगर मुझे जीने का मौका मिला तो मैं उसके लिए जीना चाहूंगा। मैं अगर अभी तक हूं तो उसकी बड़ी वजह मेरी पत्नी है”।
जब कैंसर से लड़ रहे इरफान खान ने नोट में लिखा था, मैं सरेंडर कर चुका हूं…अपने आखिरी समय में इरफान खान ने ट्रवीट करते हुए लिखा था कि-मैं अंदर से बहुत इमोशनल हूं, लेकिन बाहर से खुश
बता दें अभी कुछ समय पहले ही इमरान की मां का निधन हुआ था मां को लेकर इमरान ने कहा था कि जब तक मेरी मां जिंदा है तब तक मुझे कुछ भी नही हो सकता। अभिनेता की मां सईदा बेगम ने शनिवार को जयपुर में अंतिम सांस ली। लेकिन लॉकडाउन के चलते इरफान अपनी मां के अंतिम संस्कार में नहीं पहुंच सके। उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए ही अपनी ओर से प्रार्थना की थी।