साल 1952 में पहली मिस यूनिवर्स Finnish-अमेरिकन मॉडल Armi Helena Kuusela बनी थीं, लेकिन उस पहली प्रतियोगिता में भारत की ओर से भी पहली कंटेस्टेंट ने हिस्सा लिया था, जिनका नाम इंद्राणी रहमान (Indrani Rahman) था. उस दौर में वो प्रतियोगिता तो नहीं जीत पाईं, लेकिन उन्होंने लोगों का दिल जरूर जीत लिया था. इंद्राणी रहमान चेन्नई में पली-बढ़ी हैं. उनकी मां अमेरिकन थीं, जिनका नाम लुएल्ला शेरमन था, जिन्हें रागिनी के नाम से भी जाना जाता था. उनके पिता का नाम रमालाल बलराम बाजपेयी था.
यह भी पढे़ं: The Kashmir Files में शारदा पंडित के दर्दनाक मर्डर देख खौल गया हर किसी का खून, परिवार ने बताई असली कहानी इंद्राणी रहमान जब 15 साल की थीं, तब उन्होंने 30 साल के फेमस आर्किटेक्ट हबीब रहमान (Habib Rahman) के साथ भाग कर शादी कर ली थी. दोनों की काफी फोटो सोशल मीडिया पर देखने को मिल जाएगी. इंद्राणी रहमान बेहद ही बेहतरीन क्लासिकल डांसर थीं. उनको 4 तरह की डांस फॉर्म्स- भरतनाट्यम, कुचिपूड़ी, कथकली और ओड़िसी में महारत हासिल थी. साल 1940 में उन्होंने भरतनाट्यम गुरु Chokkalingam Pillai से ट्रेनिंग ली थी. इंद्राणी को कुचिपूड़ी में कोरडा नरसिम्हा राव ने ट्रेन किया था.
साल 1952 में इंद्राणी रहमान ‘मिस इंडिया’ (Miss India) रह चुकी थीं. इसके बाद ही उन्होंने उसी साल ‘मिस यूनिवर्स’ की प्रतियोगिता में हिस्सा लिया, तब उनकी उम्र 22 साल की थीं और खास बात तो ये है कि वे उस समय 1 बच्चे की मां भी थीं. बताया जाता है कि जब इंद्राणी ने पहली बार रैंप वॉक किया था तब सबकी नजर उन्हीं पर ठीक गई थीं. वे स्विमसूट राउंड में स्विमसूट के साथ गजरा और बिंदी लगाकर आई थीं और उनके इस फैशन कॉम्बिनेशन ने सभी को इम्प्रेस कर दिया था.
इसके अलावा साल 1961 में इंद्राणी रहमान एशिया सोसायटी टूर में हिस्सा लेने वाली पहली डांसर थीं. बताया जाता है कि जब देश के पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू वाशिंगटन डीसी पहुंचे थें, तब इंद्राणी ने उनके और यूएस के पूर्व राष्ट्रपति जॉन एफ़ केनेडी, रानी एलिज़ाबेथ द्वितीय, माओ ज़ेडोंग और फिडेल कैस्ट्रो के सामने परफॉर्म किया था. साल 1969 में उन्हें भारत सरकार ने पद्मश्री पुरस्कार से भी सम्मानित किया था.
साथ ही उन्हें संगीत नाटक अकादमी अवार्ड और तारकनाथ दास अवार्ड भी मिल चुका है. बता दें कि इसके बाद वे न्यूयॉर्क में सेटल हो गई थीं और उन्होंने कई यूनिवर्सिटीज में बतौर टीचर भारत के लोकल डांस फॉर्म्स को लोकप्रियता दी. उन्होंने हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में भी डांस सिखाया था. साल 1999 में उनकी मृत्यु हो गई थी.