देविका रानी ने इंग्लैंड के रॉयल अकादमी ऑफ ड्रामेटिक आर्ट में अभिनय की पढ़ाई की। इसके बाद उन्होंने वास्तुकला में डिप्लोमा लिया। इस दौरान उन्हें बुस्र बुल्फ नामक फिल्म निर्माता ने अपनी कंपनी में बतौर डिजाइनर काम दिया। इसी दौरान उनका रुझान एक्टिंग की तरफ हुआ। इसके बाद उन्होंने एक्टिंग के क्षेत्र में आने का फैसला किया। देविका का परिवार उनके इस फैसले के खिलाफ था।
खबरेांदेविका की मुलाकात फेमस निर्माता हिमांशु राय से हुई थी और हिमांशु राय देविका रानी की सुंदरता पर दिल हर बैठे थे। इसी के चलते उन्होंने देविका को फिल्म ‘कर्म’ में काम करने का प्रस्ताव दे दिया और उन्होंने प्रस्ताव स्वीकार कर लिया। जहां बाद में हिमांशु राय 1933 में फिल्म ‘कर्म’ में नायक की भूमिका में नजर आए और अभिनेत्री के रूप में देविका रानी थी। इस फिल्म में हिमांशु राय के साथ देविका ने करीब 4 मिनट का किसिंग सीन देकर सभी को चौंका दिया था। इस किस के चलते काफी विवाद हुआ था। वहीं उन्हें आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था और फिल्म को बैन कर दिया गया। इसके बाद हिमांशु ने देविका से शादी कर ली।
वहीं साल 1936 में आई फिल्म ‘जीवन नैया’ ने देविका और हिमांशु राय की शादीशुदा जिंदगी में भूचाल ला दिया था। दरअसल, फिल्म की शूटिंग के दौरान देविका रानी और फिल्म के हीरो नजमुल हुसैन गायब हो गए। इसके बाद दोनों कोलकाता में मिले। देविका नजमुल हुसैन से शादी करना चाहती थीं। बाद में स फिल्म से नजमुल हुसैन को निकाल दिया गया था और उनकी जगह फिल्म में अशोक कुमार की एंट्री हुई। बता दें कि देविका रानी 9 मार्च, 1994 को उन्होंने दुनिया से अलविदा कह दिया था।