मधू ने बताया कि खुले में बदलने पड़ते थे कपड़ें
फिल्म ‘फूल और कांटे’ फेम एक्ट्रेस मधू ने मीडिया से बात करते हुए बताया, “ हमारे दौर की है सच्चाई है, वो सबसे मुश्किल दौर में से एक था। मैं कोलाची में लाल गुफाओं और नेचर का सामना करने के लिए पहाड़ों और पेड़ों के नीचे बैठ तमिल फिल्मों की शूटिंग कर रही थी। वो सबसे शर्मनाक वक्त था जिस तरह के कपड़े उस गर्मी में नाचने के लिए हम लोग पहनते थे। उन कपड़ों को बदलना सबसे शर्मनाक था। हमें नहीं पता होता था कि हमें कौन देखा रहा है, यह बहुत मुश्किल था।’
90 के दशक में पत्थरों पर सोना पड़ता था
मधू ने आगे कहा, “अब वो सब नहीं होता। अब आपको खुद की मेकअप वैन दी जाती है। आपको अपनी प्राइवेसी मिलती है। एक समय था जब मैं मणिरत्नम सर के साथ ‘इरुवर’ (1997) की शूटिंग कर रही थी। उस समय हम तमिलनाडु में शूटिंग कर रहे थे। मुझे वह जगह ठीक से याद नहीं है, लेकिन खाने के बाद ब्रेक में मैं वहां पत्थरों पर सो रही थी। उस समय मैंने किसी को यह कहते हुए सुना था कि इतना पैसा कमाने का क्या फायदा, जब पत्थरों पर सोना पड़ रहा है। एक फीमेल आर्टिस्ट के लिए तो ऐसे दिन मुश्किल हुआ करते थे।”